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Assam Elections Result 2021: मतगणना खत्म, NDA को मिला पूर्ण बहुमत, कांग्रेस के खाते में आईं 29 सीटें
असम । विधानसभा चुनाव 2021 की मतगणना पूरी हो चुकी है. चुनाव आयोग की ओर से अंतिम नतीजे जारी हो चुके हैं. राज्य में बीजेपी (BJP) ने कुल 126 विधानसभा सीटों में से 60 पर जीत दर्ज की है. इस तरह बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने असम में बहुमत हासिल कर लिया है. कांग्रेस ने 29 सीटों पर जीत का परचम लहराया है. ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रिट फ्रंट के खाते में 16 सीटें आई हैं. वहीं, असम गण परिषद ने 9 सीटें जीती हैं. इसके अलावा बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट को 4, सीपीआई(एम) को 1, निर्दलीय को 1 और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी, लिबरल को 6 सीटें हासिल हुई हैं.
दूसरी तरफ, असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने रविवार को राज्य के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद इस्तीफा दे दिया. राज्यसभा सदस्य ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया. बोरा ने इस्तीफे में लिखा, ”मैं असम विधानसभा चुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार की जिम्मेदारी लेते हुए असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं. मैडम, मुझे बेहद दुख और अफसोस के साथ आपको बताना पड़ रहा है कि कड़ी मेहनत के बावजूद हम भाजपा तथा आरएसएस द्वारा की गई विभाजनकारी और सांप्रदायिक राजनीति का मुकाबला नहीं कर पाए.”
असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा का इस्तीफा
गोहपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा विधायक उत्पल बोरा के हाथों बोरा को 29,294 मतों से हार का सामना करना पड़ा. बोरा ने कहा कि वह तमाम कोशिशों के बावजूद असम इकाई के अध्यक्ष के रूप में बीते चार साल में पार्टी को पुनर्जीवित नहीं कर पाए. उन्होंने कहा, ”हालांकि मैं समर्पित कांग्रेसी के नाते कांग्रेस की विचारधारा और मूल्यों को बरकरार रखते हुए लड़ाई जारी रखूंगा. मैडम, मैं असम कांग्रेस अध्यक्ष पद की इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने के लिए आपका आभारी रहूंगा.”
सीएम पद को लेकर क्या बोले हेमंत बिस्व सरमा?
पांचवीं बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद असम के वरिष्ठ मंत्री और भाजपा नेता हेमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते हैं कि कौन राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनेगा, क्योंकि यह निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा. भाजपा ने 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था लेकिन इस बार उसने इस शीर्ष पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की. ऐसी अटकलें हैं कि सरमा नए मुख्यमंत्री होंगे.