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फतेहपुर : बसपा के पूर्व विधायक सुखदेव वर्मा का निधन, शोक की लहर

फतेहपुर : बसपा के पूर्व विधायक सुखदेव वर्मा का निधन, शोक की लहर



फतेहपुर । जिले में मंगलवार की सुबह बसपा के पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद वर्मा का हार्टअटैक से निधन हो गया। उनके निधन की खबर से जिले के शुभचिंतकों, समर्थकों व पार्टीजनों में शोक की लहर व्याप्त हो गयी। कल सोमवार को उनकी पत्नी का निधन हो गया था। पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा सुप्रीमो मायावती के सिपहसालार पूर्व विधायक सुखदेव प्रसाद वर्मा का आकस्मिक निधन हो जाने से जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी। 

एक दिन पहले उनकी पत्नी निर्मला देवी का भी निधन हो गया था। पूर्व विधायक का निधन प्रयागराज के अस्पताल में भोर पहर हुआ। उनके शव को पैतृक गांव सिकट्ठनपुर ले जाने की तैयारी चल रही है। सिकट्ठन में मातम का माहौल है और नाते रिश्तेदारों का आना जाना लगा है।

 बता दें कि, दो बार विधायक रह चुके सुखदेव प्रसाद वर्मा मूल रूप से जिले के बिंदकी विधान सभा के सिकठ्ठनपुर गांव के निवासी हैं, वह पिछले 15 साल से अधिक समय से श्री वर्मा ने बसपा को मजबूत करने का काम किया है।

 2007 में भी मायावती ने इन्हें जहानाबाद विधानसभा से टिकट दिया था जहां उन्होंने सपा के मदपाल वर्मा को भारी अंतर से हरा दिया। 2012 में मायावती ने इन्हे फिर से जहानाबाद से मैदान में उतारा था लेकिन इस बार बाजी सपा के मदनपाल के हाथ लगी। सुखदेव प्रसाद वर्मा की कुर्मी बाहुल्य इस इलाके में काफी पकड़ है।

 सुखदेव वर्मा का जिले में बडे़ नेता के रूप में शुमार होता था। सपा से गठबंधन के बाद इन्हें जिले से सांसद की टिकट मिली लेकिन भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति से हार मिली। सुखदेव वर्मा 1988 में गांव के निर्विरोध प्रधान चुने गए थे। इसके बाद बसपा से जुड़कर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। वह पराग दुग्ध संघ में संचालक के पद पर भी रहे। टिकट के दावेदारों की लंबी कतार के बावजूद बसपा ने सुखदेव वर्मा पर हमेशा भरोसा जताया है। 

पूर्व विधायक के इकलौती संतान बेटी गोल्डी है। जिनकी भाजपा के पूर्व विधायक प्रवीण वर्मा से शादी की थी। सुखदेव जिले के एक बेदाग चेहरा था। आज की राजनीति परिवेश में भी उनके विरुद्ध आज तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ