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गोरखपुर : नगर की ट्रैफिक पुलिस ने बाइक वालों के धड़ाधड़ किए चालान, कार वालों को दी छूट , जानें इसकी वजह

गोरखपुर : नगर की ट्रैफिक पुलिस ने बाइक वालों के धड़ाधड़ किए चालान, कार वालों को दी छूट , जानें इसकी वजह

गोरखपुर ।कोराना महामारी ने बाइक पर डबल सवारी इन दिनों अपराध बना गया है। हाल यह है कि बाइक की डबल सवारी पर अब सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर पुलिस चालान कर जुर्माना वसूल रही है। हालांकि इसका विरोध भी शुरू हो गया है। आरोप है कि इस मंहगाई के जमाने में कोई सिंगल कैसे जाए। यही नहीं बाइक पर डबल सवारी पर जहां सोशल डिस्टेंसिग टूट रही है वहीं कार वालों पर पुलिस मेहरबान क्यों है? कार ड्राइवर की बगल की सीट पर बैठे व्यक्ति की सोशल डिस्टेंसिंग में चालान नहीं किया जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई का कुछ लोगों ने सवाल भी उठाना शुरू कर दिया है।


यहां बता दें कि सोशल डिस्टेंसिंग टूटने के अपराध में पुलिस ने 20 लाख से ज्यादा का जुर्माना पब्लिक से वसूला है। ट्रैफिक नियम के अनुसार तीन सवारी पर अब तक पुलिस कार्रवाई कर रही थी लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग ने अब यह दायरा दो सवारी पर लाकर खड़ा कर दिया है। हाल यह है कि एक ही घर के दो सदस्य अगर अपने घर में किसी तरह से भी रह ले रहे हैं लेकिन वही दोनों सदस्य अगर बाइक पर एक साथ निकले तो फिर सोशल डिस्टिंग के नाम पर वह अपराध हो जा रहा है और इसको आधार बनाकर चालान कर दिया जा रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक 29 जून 2020 से लेकर अब तक पुलिस ने बाइक पर डबल सवारी में 7930 का चालान कर जुर्माना वसूला गया है। फिलहाल सोशल मीडिया पर इसको लेकर कमेंट शुरू हो गए हैं कहा जा रहा है कि पत्नी-पत्नी घर में भले न सोशल डिस्टेंस मेंटेन करें पर घर के बाहर बाइक पर जा रहे हैं तो सोशल डिस्टेंस मेंटेन कर लें नहीं तो पुलिस चालान कर देगी।

एक जानें माने अधिवक्ता ने कहा कि दो पहिया वाहन पर कोई अपनी पत्नी को या बच्चे या फिर परिवार के किसी सदस्य को लेकर जा रहा है और वह सोशल डिस्टेंस के नाम पर चालान का शिकार हो जाए तो यह कहां तक सही है। अगर कोई सवारी गाड़ी के रूप में दो पहिया वाहन का इस्तेमाल कर रहा है तो बात समझ में आती है लेकिन इस तरह के चालान सही नहीं है। 
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर दो पहिया वाहन पर पीछे बैठना सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर अपराध है तो चार पहिया वाहन में ड्राइवर की बगल वाली सीट पर बैठना अपराध क्यों नहीं है।


“ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ट्रैफिक के साथ सिविल पुलिस भी चालान और जुर्माने की करवाई करती है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जितनी शीटर गाड़ी है उसका हाफ सवारी ही बैठाने का नियम है। बाइक को दो शीटर गाड़ी मानी जाती है इसलिए महामारी से बचने के लिए नियमतः एक ही व्यक्ति को बैठने का नियम है इसलिए डबल सवारी पर चालान किया जा रहा है। ”