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हाथरस : गौ सेवकों ने पेश की मानवता की मिसाल  , कोरोना के खौफ से लोगों ने महिला का शव छूने से किया मना

हाथरस : गौ सेवकों ने पेश की मानवता की मिसाल , कोरोना के खौफ से लोगों ने महिला का शव छूने से किया मना

हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस के कोतवाली सिकन्दराराऊ क्षेत्र के एक मोहल्ले में किराये पर अकेली रह रही महिला की मौत हो गई. अंतिम संस्कार करने जब कोई नहीं आया तो गौ सेवा करने वाली टीम के युवाओं ने अंतिम संस्कार किया और मानवता की मिसाल पेश की. आपको बता दें की सिकंदराराऊ के अनल कॉलोनी में एक महिला अकेली रहती थी, जिसको कुछ दिन से बुखार की शिकायत थी. उनका देहांत हो गया.

लोगों में कोरोना के डर की वजह से कोई भी उनको कंधा देने को तैयार नहीं था. कई घंटे तक शव लावारिसों की तरह पड़ा रहा. जब इस बात की सूचना गौ सेवक कृष्णा यादव को प्राप्त हुई तो वह तत्काल अपनी गौ सेवकों की टीम के साथ वहां पहुंचे. यहां उन्होंने अर्थी को कंधा दिया और पूरे विधि विधान से शमशान घाट ले जाकर उनका हिन्दू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया. इस दौरान कृष्णा के साथ अमन गुप्ता, अभिषेक वार्ष्णेय, गुड्डू यादव, लव पंडित, योगेश सिसोदिया, हिमांशु वार्ष्णेय रमेश चंद्र शर्मा आदि लोग मौजूद रहे.



कृष्णा यादव बताते हैं कि एक महिला किराये पर रहती थी कुछ दिनों से उसकी तबीयत खराब थी, जिसको स्थानीय लोगों ने दवा दिलाई थी. उसके बाद उस महिला की बुखार के कारण मृत्यु हो गई. कोरोना के डर से आसपास के लोगों ने महिला को छूने से भी मना कर दिया. इस पूरे मामले की सूचना जैसे ही हमको हुई तो अपनी टीम के साथ पीपीई किट पहनकर महिला के शव का हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया है और हम आगे भी लोगों की मदद करते रहेंगे.