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UP : सीएम योगी का बड़ा ऐलान , पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान कोविड से हुई मौत तो परिवार को मिलेगा 30 लाख मुआवजा
लखनऊ । यूपी पंचायत चुनावों में ड्यूटी देने वाले 700 से ज्यादा कर्मियों की मौत के मामले को योगी सरकार ने भी गंभीरता से लिया है. सीएम योगी ने ऐलान किया है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी देने वाले कर्मियों की कोरोना संक्रमण से मौत होने पर उनके परिवार को 30 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है. मौत कोविड से हुई है इसके लिए मृतक के परिजन को एंटीजन या आरटी-पीसीआर की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट दिखानी होगी.
अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि फ़िलहाल ये नियम चुनाव ड्यूटी के दौरान असामयिक दुर्घटना के लिए ही था. आतंकवादी हिंसा या असामजिक तत्वों द्वारा हत्या, रोड माइंस, बम ब्लास्ट और हथियारों से हमला जैसी परिस्थितियों में चुनाव ड्यूटी पर मौजूद लोगों की मौत हो जाने पर 30 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाती थी. अब कोविड के मामले में भी ये मुआवजा दिया जाएगा. हालांकि इसके लिए एंटीजन या आरटी-पीसीआर रिपोर्ट देनी होगी.
मिली जानकारी के मुताबिक कोविड-19 से मृत्यु पर मुआवजे के लिए एंटीजन/आरटी-पीसीआर रिपोर्ट या फिर बीमारी से स्थायी दिव्यांगता के मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी/ मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारी जारी प्रमाण पत्र देना होगा. इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी को शर्तों के मुताबिक मुआवजे का प्रस्ताव राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद परिवार को मुआवजा मिल जाएगा.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि पंचायत चुनाव के प्रशिक्षण, मतदान व मतगणना ड्यूटी के दौरान 709 से ज्यादा टीचरों की कोविड से मौत हो गई है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मृतक कर्मियों के परिजनों को आर्थिक मदद देने की मांग की थी. इससे पहले यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ ने पिछले गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग को 706 मृत शिक्षकों की जिलावार सूची निर्वाचन आयोग को सौंपी थी. इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव में 135 शिक्षकों की मृत्यु के मामले में राज्य चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया था.