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UP : मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच भाजपा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव बड़ी चुनौती
लखनऊ. कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच उत्तर प्रदेश में राजनीतिक उठापटक की सुगबुगाहट जोरों पर है. दूसरी तरफ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर बीजेपी (BJP) तैयारियों में जुट गई है. जिला पंचायत और ब्लाक प्रमुख चुनाव की अधिसूचना 15 जून के बाद कभी भी जारी हो सकती है. बीजेपी के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव नाक का सवाल बना हुआ है. जिला पंचायत सदस्यों की जीत मे बीजेपी पिछड़ती हुई दिखाई दी थी, जिसको बराबर करने में पार्टी के नेता दिन-रात एक किए हुए हैं.
बीजेपी के पंचायत चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ही अव्वल रहेगी, क्योंकि जिला पंचायत सदस्य के रूप में जो जीते हैं, वो बीजेपी के ही कार्यकर्ता हैं. वे कहते हैं कि बीजेपी एक लोकतांत्रिक मूल्यों वाली पार्टी है इसलिए कार्यकर्ताओं को नाराज होने का हक भी है और निर्दलीय भी हैं तो हमारे हैं. गौरतलब है कि अलग-अलग जिलों मे निर्दलीय प्रत्याशियों को पार्टी में शामिल करने का काम शुरू हो चुका है।
हाथरस जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में निर्दलीय उतरीं सीमा उपाध्याय ने भाजपा प्रत्याशी देवरानी ऋतु उपाध्याय को शिकस्त दी थी. भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की तैयारी कर रहीं ऋतु उपाध्याय का सफर रोकने वाली सीमा उपाध्याय को अब अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा है. फिर भी बीजेपी के लिए चुनौती बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. बहराइच मे बीजेपी विधायक माधुरी वर्मा के पति ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. पार्टी के नेता लगातार वर्चुअल बैठक कर रहे हैं.
वहीं केंद्र सरकार के सात साल पूरे होने पर तय किए गये कार्यक्रमों के बीच जमीन पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पहुंच रहे है. और ऐसे मे बीजेपी सरकार के सामने मंत्रिमंडल विस्तार की चुनौती भी बड़े रूप मे सामने आ रही है, जिससे पार पाना जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही संभव हो पाएगा.