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UP : काशी क्षेत्र भाजपा आईटी टीम बनी जरूरतमन्दों की सारथी

UP : काशी क्षेत्र भाजपा आईटी टीम बनी जरूरतमन्दों की सारथी

गाज़ीपुर । कोरोना वायरस के बढ़ते खतरों और तमाम नकारात्मक खबरों के बीच एक ऐसी खबर आयी है, जो प्रेरणा देती है। कोरोना के इस भयावह दौर में अगर कोई निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करता है तो निश्चित रूप से यह तारीफ के काबिल है। 


काशी प्रान्त के साथ-साथ यूपी के अनेकों जिलों में लोगों की मदद कर इस महामारी में लोगों के लिए बने मिसाल भारतीय जनता पार्टी काशी क्षेत्र के आईटी संयोजक शशि कुमार ने कोरोना के प्रकोप से जूझ रहे पीड़ितों को ऑक्सीजन, बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पर्याप्त इलाज की व्यवस्था भी करायी है। आम नागरिकों के साथ साथ बॉलीवुड के कलाकरों के लिए भी शशि कुमार एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आये हैं। शशि कुमार ने बताया कि जब से कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप शुरू हुआ है। अनेकों लोग काल के गाल में समा गये। इस विपत्ति के समय कई लोगों ने फोन कॉल और सोशल मीडिया के जरिये मदद की अपील की।


 जिसें तत्परता से लेते कुछ घण्टों में ही मदद पहुंचा दी। शशि जी के अनुसार केवल वाराणसी ही नहीं बल्कि बाहर के जिले से भी जहां-जहां मदद मांगी गई, उसे पूरा करने की वह कोशिश करते हैं। आगे बताया कि उनके सेवा भाव को देखकर बॉलीवुड अभिनेता विनीत कुमार सिंह ने वाराणसी में दवा और अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने मेरठ में कोरोना पेशेंट के लिए वेंटिलेटर के लिए मदद मांगी थी। जिसे एक घण्टे के अंदर उपलब्ध कराया। जिसपर दोनों ने ट्विटर पर उनका आभार भी व्यक्त किया। 


इतना ही नहीं खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र से एक कोविड संक्रमित परिवार की ओर से फेबिफ्लू दवा की मदद मांगी थी। इसके तुरंत बाद उन्होंने इस दवा की व्यवस्था कराकर कैंट बस स्टेशन से गोरखपुर जाने वाली बस से सफलतापूर्वक परिजन के घर पहुंचा दिया। शशि कुमार ने अपने ट्विटर हैंडल से अब तक इस कोविड के समय में लगभग 200 से ज्यादा लोगों की मदद कर चुके हैं। इस बाबत उन्होंने कहा कि मानव जीवन में लोगों की सेवा करने के ऐसे पुण्य अवसर बहुत कम मिलते हैं। जब ऐसी भयानक बीमारी से लोग असमय दुनिया छोड़ जा रहे हैं तो उनकी मदद कर जो आत्मसुख मिल रहा है, वह कभी नहीं मिल सकता।


 गाजीपुर जनपद के भाजपा आईटी प्रकोष्ठ संयोजक कार्तिक गुप्ता द्वारा लगातार जरूरतमंदों को हॉस्पिटल पहुंचाने के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर व जरूरी दवाओं की उपलब्धता इत्यादि हेतु दिन-रात अपनी टीम के साथ परिश्रम किया जाना जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।