नई दिल्ली । रूसी स्वास्थ्य अथॉरिटी ने अभी तक सैलानियों के वैक्सीनेशन को लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। रूसी नागरिकों के सिवा केवल उन्हीं पर्यटकों को वैक्सीन का सर्टिफिकेट दिया जा रहा है जिनका मास्को में रजिस्ट्रेशन, रुकने का परमिट और रूसी हेल्थ इंश्योरेंस है। इससे यह भी साफ हो गया है कि रूस की प्राइवेट क्लीनिक किसी विदेशी को टीका नहीं लगाएंगी बल्कि यह स्कीम फार्मा कंपनी ने निकाली है। इसलिए पैकेज लेने वाले भारतीयों को वैक्सीन का सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा।
करीब 1.30 लाख रुपये के 24 रात और 25 दिन के इस में दिल्ली-मॉस्को की हवाई टिकट, सेंट पीटर्सबर्ग के थ्री स्टार होटल में चार दिन ठहरने की सुविधा, मॉस्को के थ्री स्टार होटल में 20 दिन ठहरने की सुविधा, मास्को-सेंट पीटर्सबर्ग आने-जाने की ट्रेन टिकट के अलावा 24 दिनों तक ब्रेकफास्ट और डिनर भी शामिल है। मास्को में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले स्पूतनिक की पहली डोज दी जाएगी। यात्रा की वापसी पर दूसरी। इस पैकेज में दस हजार रुपये वीजा फीस शामिल नहीं है।
स्पूतनिक-वी ने एक महीने पहले अपने आधिकारिक अकाउंट पर वैक्सीन टूरिज्म पर ट्वीट किया था, जिसका नाम था- रूस में स्पूतनिक-वी वैक्सीनेशन। रूस ने भारतीयों को वैक्सीन के लिए उड़ान भरने की अनुमति दी है। बुकिंग के लिए सिर्फ आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट चाहिए। यूपी टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अवीक घोष ने बताया कि रूस में कम से कम सात दिन रहने वाले विदेशियों को वैक्सीन लगाई जा सकती है। हालांकि अभी तक रूसी सरकार ने इस वैक्सीनेशन ट्रैवल के बारे में कोई करार नहीं किया है।
टीके का सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा