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यूपी: आगरा में 24 घंटे के अंदर दूसरी मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश हुआ घायल। .
आगरा। पुलिस बदमाशों को बख्शने के मूड में कतई दिखाई नहीं दे रही है। बदमाशों पर आगरा पुलिस कहर बन कर टूट रही है और उन्हें करारा जवाब दिया जा रहा है। 24 घण्टे के अंदर आगरा में दूसरी मुठभेड़ हुई है और इस मुठभेड़ में 25 हज़ार का इनामी बदमाश गोली लगने से घायल हुआ है। हत्या का मामले में पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
थाना हरीपर्वत इलाके में ये मुठभेड़ हुई है। दरअसल, बाग मुज़फ्फर खां इलाके में एक निजी होस्टल है और इस होस्टल में कई लोग कमरा लेकर रहते हैं। इसी होस्टल में आगरा का रहने वाला नरेश और गवालियर का रहने वाला मोहन दोनों एक साथ रहते थे. दोनों ही मजदूरी का काम किया करते थे।
13 जून को नरेश से मिलने के लिए उसके परिजन होस्टल गए थे। परिजनों ने देखा कि नरेश का शव बाथरूम में पड़ा हुआ और शव से बदबू भी आ रही थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश की तो पता चला कि नरेश की हत्या उसके साथ रहने वाले मोहन ने की है। मोहन ने नरेश पर ईंट से कई हमले किये जिससे नरेश की मौत हो गयी और शव को छिपाने के लिए शव को घसीट कर बाथरूम में रख कर फरार हो गया।
हत्या करने के बाद मोहन फरार हो गया था, लेकिन पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। नरेश पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा था। लिहाजा पुलिस के आला अधिकारियों में नरेश पर 25 हज़ार का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस को सूचना मिली कि मोहन स्कूटर से जा रहा है और किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस ने पालीवाल पार्क के पास मोहन को रोकने की कोशिश की तो मोहन ने तमंचे से पुलिस पार्टी पर गोली चला दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की लिहाजा एक गोली मोहन के पैर में जा लगी जिससे मोहन घायल हो गया। गोली लगने से घायल मोहन को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।
आगरा के एसपी सिटी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि मोहन बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। मोहन पहले भी दो और हत्याओं की वारदात को अंजाम दे चुका है। 2009 में मोहन ने अपने जीजा राधेश्याम की भी ईंट से कुचल कर हत्या की थी। इसके अलावा 2012 में भी इसी तरह ईंट से कुचल कर दूसरी हत्या की थी। इस बार भी तीसरी भी नरेश की हत्या ईंट से कुचल कर की थी। मोहन दोनों हत्याओं के मामले में पहले भी जेल जा चुका है और अब फिर से नरेश की हत्या में जेल की सलाखों के पीछे चला गया।