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गोरखपुर : फ़िल्म दृश्यम की शैली पर हिस्ट्रीशीटर ने रचा कत्ल की साजिश, पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश
गोरखपुर । उत्तर प्रदेश में इन दिनों जुर्म भी फिल्मों में दिखाएं गए ड्रामा और सीन के तर्ज़ पर किए जा रहे हैं । ऐसा ही एक मामला गोरखपुर में जब एक हिस्टीशीटर बदमाश न अपनी चचेरी बहन की शादी को आड़ में हत्या को शातिर तरीके से अंजाम दे दिया ।
आप को बता दे कि साल 2015 में निर्देशक निशिकांत कामत की थ्रिलर-ड्रामा फिल्म 'दृश्यम' की काफी चर्चा हुई थी। अजय देवगन, श्रिया सरन और तब्बू के जबरदस्त अभिनय वाली इस फिल्म में एक कत्ल को छिपाने के लिए फूल प्रूफ साजिश की कहानी दिखाई गई थी।
मामला शहर के शाहपुर इलाके में नौ अप्रैल को घर पर चढ़कर हुई वेद प्रकाश की हत्या का पुलिस ने करीब दो महीने के अंदर खुलासा करने का दावा किया है।
पुलिस ने शाहपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर परवेज और उसके साथी मनोज को हत्याकांड में आरोपित बताते हुए गिरफ्तार किया है। वहीं एक अन्य युवक जिसकी उन्होंने बाइक इस्तेमाल की थी उसकी तलाश की जा रही है। परवेज को शक के आधार पर दो बार पहले भी पुलिस उठा चुकी थी लेकिन हर बार वह घटना के वक्त अपनी मौजूदगी चचेरी बहन की शादी में होना साबित कर खुद को बचा लेता था। दरअसल, परवेज ने इस हत्या की साजिश बेहद शातिर तरीके से रची थी। उसने हत्या के लिए जाने से पहले न सिर्फ अपना मोबाइल शादी वाली जगह पर छोड़ दिया बल्कि शादी के वीडियो में खुद को शामिल भी कर लिया।
यही वीडियो दिखाकर वह बार-बार छूट रहा था लेकिन जब पुलिस को घटना में इस्तेमाल बाइक मिली, उसके बाद परवेज टूट गया और उसने जुर्म कबूल कर लिया।
जानकारी के मुताबिक शाहपुर के भैयाजीपुरम कॉलोनी निवासी वेद प्रकाश को 9 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे बदमाशों ने घर पर चढ़कर गोली मार दी थी। बदमाशों ने घर पर पहुंच कर गेट पर आवाज देकर वेद प्रकाश को बुलाया और जब वह बालकनी से नीचे झांक रहा था तभी उस पर गोली चला दी थी। सिर में गोली लगने से वेद प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई। घटना का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो कोई भी ऐसा एंगल नहीं मिल रहा था जिसकी वजह से हत्यारों तक पहुंचाया जा सके। काफी जांच के बाद सामने आया कि एक अर्धनिर्मित कांप्लेक्स में वेद प्रकाश अपने अपराधिक प्रवृत्ति के साथियों के साथ ही परवेज, मनोज सोनकर आदि के साथ बैठकर नशा किया करता था। इसी दौरान एक दिन परवेज के आने पर वेदप्रकाश ने कुर्सी नहीं छोड़ी थी। यह बात परवेज को नागवार लगी थी और इसको लेकर उनके बीच हाथापाई हो गई थी। परवेज ने उसी के बाद वेद प्रकाश की हत्या की योजना बना ली थी।
हत्या वाले दिन परवेज की चचेरी बहन की शादी थी। उसी दिन उसने मनोज के साथ मिलकर वेद प्रकाश की हत्या की योजना बनाई थी। घटनास्थल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर शादी का समारोह चल रहा था। परवेज ने खुद को शादी के वीडियो में शामिल किया। महज चंद मिनटों में वहां से बिना मोबाइल के एक अन्य युवक की गाड़ी लेकर निकला और फिर कुछ ही देर हत्या करके दोबारा शादी में शामिल हो गया।