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LAC से पीछे हटने को तैयार होगा ड्रैगन? 3 माह बाद बातचीत बहाल, 24 जून को भारत-चीन के बीच वार्ता
नई दिल्ली। गलवान घाटी सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव के बीच भारत और चीन एक बार फिर से करीब तीन महीने बाद बातचीत की मेज पर आमने-सामने होने वाले हैं। भारत और चीन के बीच कल यानी 24 जून को पूर्वी लद्दाख को लेकर एक और दौर की राजनयिक वार्ता होने की संभावना है, जिसमें गतिरोध वाले बाकी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि करीब तीन महीने पहले दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर की वार्ता हुई थी, वहीं इससे पहले दोनों देशों के बीच करीब 11 दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारत-चीन सीमा मामलों को लेकर परामर्श एवं समन्वय के लिए स्थापित कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के अंतर्गत होने वाली वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव कम करने के व्यापक सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है। इससे पहले डब्ल्यूएमसीसी के तहत पिछले दौर की वार्ता 12 मार्च को हुई थी। ऐसा माना जा रहा है कि राजनयिक चर्चा के बाद कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच भी वार्ता होगी।
वहीं, अप्रैल माह में 11वें दौर की सैन्य वार्ता में भारत सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि चीनी सेना को एलएसी के सभी स्थानों से अपने सैनिक हटाने ही होंगे। 11वें दौर की वार्ता में भारत की तरफ से दो टूक कहा गया कि चीनी अपनी सेना को गोगरा, हॉट स्प्रिंग तथा डेप्सांग से भी पीछे हटाए और पिछले साल मई से पूर्व की स्थिति बहाल करे। बता दें कि पैंगोंग लेक इलाके में दोनों सेनाओं की वापसी के बावजूद कुछ अन्य क्षेत्रों में गतिरोध अभी कायम है।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पिछले वर्ष मई की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर सैन्य गतिरोध है। हालांकि, दोनों पक्षों ने कई दौर की सैन्य एवं राजनयिक वार्ता के बाद फरवरी में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी की थी। फिलहाल दोनों देशों के बीच गतिरोध के बाकी हिस्सों से सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत जारी है।