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यूपी: वाराणसी के बीएचयू में ओपीडी और इलेक्टिव ओटी हुआ फिर से शुरू, आइए जानते हैं कि कैसे दिखा सकेंगे मरीज।

यूपी: वाराणसी के बीएचयू में ओपीडी और इलेक्टिव ओटी हुआ फिर से शुरू, आइए जानते हैं कि कैसे दिखा सकेंगे मरीज।


वाराणसी। पूर्वांचल और पश्चिमी बिहार का एम्स कहे जाने वाले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का सर सुंदरलाल अस्पताल बुधवार से मरीजों के लिए ओपीडी सेवा फिर से शुरू करने जा रहा है। सर सुंदरलाल अस्पताल के साथ-साथ ट्रामा सेंटर और डेंटल संकाय में भी ओपीडी की सेवा आज से बहाल हो रही है। फिलहाल अभी विभागवार सिर्फ 50-50 मरीज ही देखे जाएंगे। 

इसमें ऑनलाइन पंजीकरण और ऑफलाइन दोनों मरीज शामिल होंगे। ऑफलाइन यानी अस्पताल में आकर डॉक्टर को दिखाने के लिए यह शर्त रखी गई है। कि जिस दिन ओपीडी पर्ची की रसीद होगी। उसी दिन मरीज को डॉक्टर से उपचार कराना होगा। इसके लिए आज से ओपीडी काउंटर भी शुरू कर दिया जाएगा। 

बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में बीएचयू की ओपीडी और इलेक्टिव ओटी की सेवा अप्रैल के दूसरे हफ्ते में बंद कर दी गई थी, लेकिन अब वाराणसी में कोरोना की रफ्तार थम जाने के बाद एक बार फिर मरीजों को राहत देने के लिए यहां ओपीडी और इलेक्टिव ओटी की सेवा शुरू की गई है। 

फिलहाल विभागों के सब डिवीजन यानी कि स्पेशल क्लीनिक में अलग से 25-25 मरीज देखे जाएंगे। इनका समय सुबह 11:00 बजे के बाद शुरू होगा। बीएचयू के सर सुंदरलाल ताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर केके गुप्ता ने बताया मरीजों की सेवा के लिए आज से फिर बीएचयू की ओपीडी हाजिर रहेंगी। 

जनरल स्पेशलिटी और सुपर स्पेशलिटी के हर विभागों में फ़िलहाल 50-50 मरीजों को ही देखा जाएगा। दरअसल, अभी तक इमरजेंसी में ही पर्चे बन रहे थे। यही नहीं अगर किसी मरीज को वार्ड में भर्ती करना होगा तो उस मरीज को 72 घंटे के भीतर की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट जरूर होनी चाहिए। स्पेशल वार्ड बी फिलहाल कोरोना पॉजिटिव हेल्थ वर्कर के लिए रिजर्व है, जबकि वार्ड ए आम मरीजों के लिए रहेगा। ओपीडी के साथ ही इलेक्ट्रिक ओटी भी शुरू हो जाएगी।