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मध्य प्रदेश: सिंगरौली जिले में 10वीं का छात्र फर्जी आईडी से लोगों के अश्लील वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल।

मध्य प्रदेश: सिंगरौली जिले में 10वीं का छात्र फर्जी आईडी से लोगों के अश्लील वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल।


मध्य प्रदेश। सिंगरौली में 10वीं के छात्र की शर्मनाक करतूत सामने आई है। छात्र प्रतिबंधित साइट से अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करता था। इस तरह से उसने काफी पैसे भी कमाए हैं। एक पीड़ित युवक की शिकायत के बाद पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

बता दें कि सिंगरौली के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर प्रतिबंधित साइट से अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले 15 वर्षीय नाबालिग हैकर को पुलिस ने पकड़ लिया। मोरवा के नगर निरीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिनों एक युवक 21 वर्षीय ने थाने आकर तहरीर दी थी कि एक लड़की ने उसका व्हाट्सएप से अश्लील वीडियो बना कर रिकॉर्ड कर लिया है।

वह उसे ब्लैकमेल कर लगातार पैसे की मांग कर रही है। उसने यह भी बताया कि पड़ोस में रहने वाला एक लड़का सॉफ्टवेयर का बहुत जानकार है। वह अब तक वीडियो को वायरल होने से रोकता रहा है, लेकिन अब उसने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। इससे वह काफी परेशान है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू की तो सच्चाई जानकर उनके भी होश उड़ गए।

इस पूरे मामले के पीछे 10वीं के एक छात्र का दिमाग सामने आया। वीडियो को वायरल करने से रोकने वाला 15 वर्षीय यह छात्र ही इसका सूत्रधार निकला। साइबर एक्सपर्ट से मिली जानकारी के बाद मोरवा पुलिस ने छात्र से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा गुनाह कबूल कर लिया।

उसने बताया कि वह लोगों के जीमेल अकाउंट को हैक कर उनका मोबाइल नंबर निकाल लेता था। वह यूएसए के अलग-अलग नंबर प्रयोग कर व्हाट्सएप आईडी बना कर लगातार चैट कर अश्लील वीडियो बनाता था। फिर इसी आधार पर लोगों को ब्लैकमेल करता था। अब तक वह आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बना चुका है।

मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी के अनुसार भारत सरकार ने एक वर्ष से टेक्स्ट नाव एप को प्रतिबंधित कर दिया है। छात्र ने वीपीएन एप के माध्यम से अपनी लोकेशन यूएई में दिखाकर प्ले स्टोर से इस एप को डाउनलोड कर लिया। इसी एप में प्रियंका नाम से फेक व्हाट्सएप आईडी बना कर वह अश्लील चैट करता था। बाद में उनका अश्लील वीडियो बनाकर उनसे पैसे मांगता था। जो पैसे नहीं देता उनके वीडियो उनके परिचितों को भेजने की धमकी देता था।

पुलिस के मुताबिक अब तक वह कुल 14 फर्जी व्हाट्सएप आईडी बना चुका है। इसके बंद होने के बाद उसने पुन: नई आईडी बनाई थी। जिस आईडी से ब्लैकमेलिंग करने के दौरान पुलिस के शिकंजे में आ गया।