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यूपी: अगर आज रात 12 बजे तक हड़ताल से वापस नहीं लौटे एंबुलेंस कर्मचारी तो नौकरी से धोना पड़ेगा हाथ।
लखनऊ। पूरे यूपी में एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर योगी सरकार सख्त रुख अपना रही है. सीएम योगी ने जिलों के सभी डीएम को एंबुलेंस सर्विस की निगरानी करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही डीएम को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि एंबुलेंस की कमी की वजह से किसी भी मरीज की मौत नहीं होनी चाहिए। ये देखना अब डीएम की जिम्मेदारी होगी कि किसी भी मरीज और उनके अटेंडेंट को एंबुलेंस की कमी की वजह से कोई परेशानी न हो।
दरअसल कई जिलों से मरीजों की शिकायतें मिलने के बाद सीएम योगी ने ये सख्त कदम उठाया है। सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा है कि अगर किसी भी मरीज की एंबुलेंस की कमी की वजह से मौत होती है। तो दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। एंबुलेंस सेवा कंपनी लगातार हड़ताल कर रहे कर्मचारियों पर काम पर वापस लौटने को लेकर दबाव बना रही हैं।
हड़ताली कर्मचारियों पर प्रेशन बनाते हुए कंपनी अब तक 700 कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुकी है। जिसमें ज्यादातर एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं। कंपनी ने आखिरी चेतावनी देते हुए 108 और 102 कर्मचारियों तो 31 जुलाई तक की मोहलत दी है। एंबुलेंस कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा गया है कि 31 जुलाई रात 12 बजे तक वह एफिडेविट देकर वह काम पर वापस लौटें।
कर्मचारियों के पास आज रात तक की मोहलत
अगर वह बात नहीं सुनेंगे तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। कंपनी के सीनिययर वाइस प्रेसिडेंट के मुताबिक चेतावनी के बाद अब तक करीब 50 जिलों में एंबुलेंस कर्मचारी काम पर वापस लौट चुके हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे जिलों में भी 50 फीसदी से ज्यादा एंबुलेंस सेवा बहाल हो चुकी हैं। वहीं खाली पड़े पदों में भी बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।