Covid-19
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई थी ऑक्सीजन की भारी कमी, केंद्र ने 1,222 ऑक्सीजन प्लांट की घोषणा के बाद लगवाए केवल 245 प्लांट्स !
नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले सप्ताह संसद को बताया था कि केंद्र सरकार ने 1,222 प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्शन (PSA) प्लांट्स को मंजूरी दी थी. वहीं, ऑडिट रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इनमें से केवल 245 प्लांट्स ही 20 जुलाई तक विभिन्न क्षेत्रों में चालू किए गए. नए प्लांट कोरोना की दूसरी लहर के पीक (अप्रैल-मई) के बाद स्थापित किए गए, जिससे मेडिकल ऑक्सीजन की बेहद कमी हो गई. रिपोर्ट्स के अनुसार इस अवधि के दौरान देश भर में सैकड़ों मौतें हो सकती थी, क्योंकि ऑक्सीजन आपूर्ति कम थी.
अक्टूबर 2020 में, कोरोना की पहली लहर के दौरान केंद्र सरकार ने 162 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स के लिए टेंडर बुलाए थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 18 अप्रैल को एक ट्वीट के अनुसार अप्रैल 2021 तक इनमें से केवल 33 ही चालू थे. दूसरी लहर के बाद सरकार ने पहली बार 26 अप्रैल को घोषणा की कि पीएम केयर्स फंड का उपयोग करके 551 प्लांट्स स्थापित किए जाएंगे. जिन्हें केंद्रीय मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSU) द्वारा वित्त पोषित किया जाना था.
14 जून को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक बयान में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सचिव सी सतीश रेड्डी के हवाले से कहा गया कि पीएम केयर्स के तहत स्थापित किए जाने वाले पीएसए प्लांट्स की संख्या 850 थी. डीआरडीओ इनमें से कुछ को एक्सक्यूट कर रहा है.
9 जुलाई को प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में, अधिकारियों ने नई कैबिनेट को बताया कि देश में कुल मिलाकर 1,500 से अधिक पीएसए प्लांट्स स्थापित किए जाने थे. वहीं, कुल मिलाकर 4 लाख बेड का समर्थन भी मिलेगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक 15 अगस्त तक अतिरिक्त 250 पीएसए प्लांट स्थापित किए जाने की उम्मीद है और 1,222 में से बचे हुए साल के अंत तक चालू हो जाएंगे.
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा संसद में 23 जुलाई के बयान में यह भी कहा गया है कि 1,222 के अलावा केंद्रीय मंत्रालयों और सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा स्थापित किए जाने वाले प्लांट की संख्या 351 है और राज्यों ने केंद्र सरकार को अलग से सूचित किया है कि वे 1,023 स्थापित कर रहे हैं.
एक दिन 1,771MT ऑक्सीजन उपलब्ध कराएंगे प्लांट
संसद में स्वास्थ्य मंत्रालय के जवाब में कहा गया है कि 1,222 प्लांट एक दिन में लगभग 1,771MT ऑक्सीजन उपलब्ध कराएंगे. जो कि अप्रैल में एक ही दिन में केंद्र द्वारा राज्यों को भेजे गए 9,690MT ऑक्सीजन का लगभग पांचवां हिस्सा आता है. वहीं, अन्य राज्यों के अधिकारियों ने संकेत दिया कि वे जितने प्लांट पर काम कर रहे हैं, वे केंद्र के साथ साझा की गई जानकारी से अधिक हो सकते हैं.
एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को केंद्र से 127 प्लांट मिले हैं और उसने अपने दम पर 414 पीएसए प्लांट्स को मंजूरी दी है और उनमें से 145 चालू हो गए हैं. राजस्थान को केंद्र से 51 प्लांट मिले. वहीं, राज्य ने अपने दम पर 429 प्लांट्स को मंजूरी दी और इनमें से 280 चालू हैं. इसी तरह महाराष्ट्र में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राज्य ने 462 पीएसए प्लांट की योजना बनाई है और उनमें से 98 चालू हैं.