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यूपी : गोरखपुर जिले में तबादले की आंधी से हड़कंप, 40 फीसदी कर्मचारी इधर से उधर

यूपी : गोरखपुर जिले में तबादले की आंधी से हड़कंप, 40 फीसदी कर्मचारी इधर से उधर

गोरखपुर । स्वास्थ्य महकमे में तबादला एक्सप्रेस तेजी से चली है। इस आंधी में करीब 40 फीसदी क्लर्क संवर्ग के कर्मचारी गैर जनपद में भेज दिए गए है। इस तबादले की आंधी में दिव्यांग, विधवा, दंपत्ति और पंजीकृत कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी भी गैर जनपद भेज दिए गए। इन कर्मचारियों को 300 से 500 किलोमीटर दूर तबादला किया गया है।

सूबे के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक कार्यालय की तरफ से प्रदेश भर के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में एक साथ तबादला किया जाने का आदेश जारी किया गया है। इसी आदेश के क्रम में जनपद के स्वास्थ्य विभाग में एक साथ कुल 35 स्वास्थ्य कर्मचारियों के तबादले की सूची जारी हो गइ। इस सूची के जारी होने के बाद से हड़कंप मच गया है।

तबादला होने वालों में दो अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मेडिकल स्टाफ है। इसके अलावा चार वरिष्ठ सहायक लिपिक शामिल हैं। सबसे ज्यादा संख्या कनिष्ठ लिपिकों का तबादला हुआ है। इस संवर्ग में सीएमओ एवं उसे संबद्ध कार्यालय में तैनात 28 कर्मचारियों का तबादला हो गया। इन 28 में दो कनिष्ठ लिपिक जिला अस्पताल के शामिल हैं। वहीं एक कर्मचारी आशुलिपिक के पद पर तैनात है। इस तबादले की सूची में जिला अस्पताल में तैनात विधवा कर्मचारी, सीएमओ कार्यालय में तैनात पंजीकृत कर्मचारी संगठन के महासचिव, दिव्यांग संतान के पिता और दंपत्ति शामिल है। कुछ पावरफुल कर्मचारी तबादला रुकवाने में सफल रहे। कर्मचारियों ने बताया कि तबादला अधिकतम 10 फीसदी कर्मचारियों का हो सकता है। यह नियम टूट गया है। इसका विरोध उचित फोरम पर दर्ज कराया जाएगा।

गोरखपुर सीएमओ ऑफिस से जुड़े कर्मचारियों ने बताया कि इस तबादला हो जाने से विभाग का बड़ा हिस्सा खाली हो जाएगा। प्रदेश के दूसरे जिले में होने वाले तबादले में सबसे ज्यादा महोबा, शाहजहांपुर, बदांयू व हमीरपुर में कर्मचारी भेजे गए हैं। तबादले की सूची आने के बाद से पूरे दिन सीएमओ दफ्तर व जिला अस्पताल में चर्चा का विषय बना रहा।