Bihar
मुजफ्फरपुर: औराई में बागमती नदी का जलस्तर बढ़ा, 500 घरों में घुसा पानी।
मुजफ्फरपुर। औराई में बागमती नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में विगत चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से जलस्तर में रिकार्ड वृद्धि हो गई है। बागमती नदी के जलस्तर में विगत वर्ष से ज्यादा पानी की बढ़ोतरी अब तक हो चुकी है। इस बीच बागमती परियोजना उत्तरी व दक्षिणी बाध के बीच अवस्थित दर्जनभर गावों के पाच सौ घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इनके आवागमन का सहारा मात्र नाव ही बची हैं।
बभनगामा पश्चिमी गाव के मो.जमशैद, मो.मुस्तफा, रामचंद्र सहनी, रामनाथ सहनी, रामजन्म सहनी, विश्वनाथ राम, नंदकिशोर चौधरी, रंजित चौधरी के घरों में पानी आ जाने से सभी लोगों ने बागमती परियोजना उत्तरी बाध पर शरण लिए हैं।
मधुबन प्रताप गाव के जय किशुन सहनी, उपेंद्र सहनी, भुनेश्वर सहनी, रमेश सहनी, गगन देव सहनी, शिवनारायण सहनी, दीनदयाल सहनी, भदेश्वर सहनी, महेश्वर सहनी, छोटन सहनी समेत तीन दर्जन लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसी तरह बभनगामा पश्चिमी गाव के सौ घरों में पानी पहुंच गया है।
इधर चैनपुर, राघोपुर, तरबन्ना, चहुंटा दक्षिण टोला, भरथुआ दक्षिण टोला, पटोरी टोला, बारा बुजुर्ग, बारा खुर्द गावों के पाच सौ घरों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। लोग अपना सामान लेकर ऊंचे स्थान की ओर जा रहे हैं। अधिकतर लोग बाध पर तो कुछ रिश्तेदारों के यहा शरण लेने पर मजबूर हैं। अंचल प्रशासन से अब तक बाढ़ पीड़ितों के लिए मात्र दर्जनभर नाव चलाई जा रही हैं।
गायघाट प्रखंड क्षेत्र की पाच पंचायतों के दर्जनों गावों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। शिवदाहा पंचायत के वार्ड संख्या 11 में सड़क टूट जाने से करीब दो सौ परिवारों का आवागमन बंद हो गया है। हालाकि ग्रामीण टूटी सड़क पर बास का चचरी बनाने में जुटे हैं। लादौर पंचायत के जगनिया में बागमती की तेज धारा से भीषण कटाव जारी है।
इसके साथ ही बलौर निधि, जमालपुर कोदई, बेनीबाद, भटगामा आदि जगहों पर कटाव हो रहा है। गोसाईं टोला में पिछले वर्ष कटाव से तीन परिवारों का घर बागमती लील चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते दो सप्ताह पूर्व जिलाधिकारी ने कटाव स्थल का निरीक्षण कर अविलंब कार्य शुरू कराने के लिए निर्देश दे चुके हैं। इसे शुरू नहीं किया जा सका है। इससे यहा के लोगों में दहशत है।
काटा पिरौंछा उत्तरी व दक्षिणी के सैकड़ों किसानों का धान का बिचड़ा डूब गया। किसानों को सबसे अधिक समस्या मवेशियों को लेकर हो रही है। छाती भर पानी में चलकर मवेशियों का चारा जुटा रहे हैं। पावर सब स्टेशन में पानी घुसने से प्रखंड की छह पंचायतों में बिजली आपूíत शनिवार शाम से ठप हो गई।
क्षेत्र के शिवदाहा बरैल, बठबाड़ा, महेशवाड़ा जहागीरपुर, तेजौल, बरूआरी का कुछ हिस्सा, सुवास केशो का कुछ भाग, रजुआ टोल,लदौर खादी भंडार, रमौली का कुछ भाग, तुर्कटोलिया, केवटसा के कुछ भागों में बाढ़ के पानी ने प्रवेश करना शुरू कर दिया है।