
UP news
बाराबंकी : श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली की ट्रक से टक्कर, चार की मौत
बाराबंकी: सीतापुर से बाराबंकी आ रही श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली की शुक्रवार रात एक तेज रफ्तार ट्रक से आमने-सामने टक्कर हो गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्राली और ट्रक दोनों पलट गए. इस हादसे में जहां चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं दो दर्जन से ज्यादा श्रद्धालु बुरी तरह घायल हो गए. श्रद्धालु मंजीठा स्थित नागदेवता मंदिर दर्शन को आ रहे थे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू कर घायलों को सीएचसी देवां और जिला अस्पताल पहुंचाया जहां दो घायलों की हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया. मरने वालों में एक महिला और तीन पुरुष हैं.
दरअसल, सीतापुर जिले के संदना थाना क्षेत्र के बगुलापारा, हन्नीखेड़ा और जानकीपुर गांवों के तकरीबन 35 लोग जिसमे महिलाएं भी शामिल हैं, शुक्रवार को एक ट्रैक्टर-ट्रॉली से बाराबंकी के मंजीठा में स्थित नागदेवता के मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे थे. ट्रैक्टर सुनील यादव चला रहा था. ट्रैक्टर जैसे ही देवां थाने के मित्तई के करीब पहुंचा कि सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रॉली और ट्रक दोनों पलट गए. अचानक हुए इस हादसे से चीख पुकार मच गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस से घायलों को पहले सीएचसी देवां और फिर जिला अस्पताल पहुंचाया. हादसा इतना जोरदार था कि ट्रॉली के नीचे श्रद्धालु दब गए. काफी मशक्कत के बाद इन्हें निकाला जा सका. ट्रक का ड्राइवर भी ट्रक में घण्टों फंसा रहा और बड़ी मुश्किल से उसे जिंदा निकाला जा सका. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने घायलों को ट्रॉली से निकालने से लेकर अस्पताल पहुंचाने तक बहुत ही संवेदनशीलता दिखाई. कई घायलों को तो पुलिस ने अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया.सूचना पर पहुंचे पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद और सीएमओ डॉ रामजी वर्मा ने घायलों का हाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए. सीएमओ ने बताया कि चार लोगों की मौत हो गई है जबकि दो गम्भीर घायलों को लखनऊ रेफर किया गया है. बाकी घायलों का इलाज किया जा रहा है. मरने वालों में मायादेवी पत्नी गणेश (50 वर्ष) निवासी बगुलापारा, संतोष कुमार पुत्र शिवकुमार(30 वर्ष), वीरेंद्र कुमार पुत्र राम विलास(25 वर्ष), छोटू पुत्र मटरू (35 वर्ष) सभी सीतापुर जिले के थाना संदना के बगुलापारा गांव के रहने वाले हैं.गौरतलब हो कि बाराबंकी के मंजीठा में हर वर्ष आषाढ़ माह की पूर्णिमा से शुरू होकर कई दिनों तक बहुत बड़ा मेला लगता है. जिसमें आसपड़ोस के जिलों के हजारों श्रद्धालु आते हैं. हालांकि कोविड के चलते पिछले वर्ष भी मेले का आयोजन नहीं हुआ था और इस वर्ष भी मेला नहीं लगना है. श्रद्धालुओं को शायद इसकी जानकारी नहीं थी, लिहाजा वे यहां दर्शन के लिए आ रहे थे और रास्ते मे इनके साथ हादसा हो गया