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चंदौली : परिषदीय स्कूलों में नामांकन की गति धीमी, शिक्षक बेफिक्र
चंदौली । नौनिहालों के नामांकन व विभागीय कार्यों के लिए जुलाई में परिषदीय विद्यालय खोल दिए गए। इसमें विद्यालय के अभिलेख दुरुस्त करने के साथ-साथ गांव में अभिभावकों से मिलकर नए बच्चों के नामांकन का निर्देश दिया गया है। शिक्षक इस कार्य के प्रति संजिदा नहीं दिख रहे हैं। इससे नए बच्चों के नामांकन की गति रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है।
विद्यालय खुले दो सप्ताह हो गया लेकिन बच्चों का नामांकन न के बराबर है। कोरोना काल में विद्यालय बच्चों के लिए बंद चल रहा है। दो वर्ष से कोरोना महामारी से बचाव के लिए की गई बंदी में बच्चों को स्कूल आने पर रोक जरूर लगा दी गई है लेकिन मिड डे मील, ड्रेस, जूते, पुस्तकों आदि सुविधाओं समेत आनलाइन व घर पर पठन-पाठन कराने जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सभी शिक्षकों को गांवों में जाकर अभिभावकों से मिलने के साथ ही अधिक से अधिक बच्चों का नामांकन करना है लेकिन अभिभावकों से मिलने को कौन कहे, कई शिक्षक नियमित स्कूल ही नहीं आ रहे हैं। आरोप है कि जिम्मेदार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बीईओ प्रकाशचंद्र यादव ने कहा कि नए बच्चों के नामांकन के लिए प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है। जुलाई के अंत में इसकी समीक्षा की जाएगी। जिस विद्यालय की प्रगति खराब होगी, वहां के शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा ।