ओडिशा । गंजम में गरीब आदिवासी परिवारों के छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उनमें से कई के पास स्मार्टफोन नहीं है. वहीं बहुत से लोगों को नेटवर्क की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. ओडिशा के मयूरभंज जिले के एक शिक्षक कन्हुचरण नायक के अनुसार, अधिकतर आदिवासी परिवारों के पास मोबाइल फोन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है और जिनके पास फोन है वहां नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नायक ने कहा, “गरीब आदिवासी ग्रामीणों का जीवन और आजीविका दोनों महामारी से प्रभावित हुए हैं. यह बच्चों की शिक्षा को भी प्रभावित कर रहा है. महामारी के कारण स्कूल बंद हैं और सरकार ने बच्चों को ऑनलाइन शिक्षित करने का निर्णय लिया है. हालांकि, यह गरीबी, मोबाइल फोन की कमी और नेटवर्क की समस्याओं के कारण बुरी तरह असफल है.”
छात्रों के लिए होगी एलईडी टीवी की व्यवस्था
उन्होंने कहा, “छात्र नेटवर्क की कमी से परेशान हैं. बच्चे नेटवर्क खोजने के लिए 1 से 3 किलोमीटर पैदल चल रहे हैं. उनमें से कुछ पहाड़ों और पेड़ों पर भी चढ़ रहे हैं.कक्षा 5 के एक छात्र ने कहा, “मेरे पास स्मार्टफोन नहीं है. लगभग 5-6 बच्चे हैं जो एक मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं. नेटवर्क की समस्या के कारण हमें 1-3 किमी पैदल चलना पड़ता है.”गंजम के खंड शिक्षा अधिकारी अविनाश सत्पथी ने कहा, “पूछताछ के बाद, मैंने स्थानीय सरपंच और बीडीओ को फोन किया और फैसला किया कि केबल ऑपरेटर के माध्यम से कुछ शैक्षिक वीडियो डाउनलोड किए जाएंगे और हम छात्रों के लिए एक अलग जगह पर कुछ एलईडी टीवी की व्यवस्था करेंगे.”