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यूपी: मऊ में मुख्तार अंसारी के करीबी की डेढ़ करोड़ की संपत्ति पर कब्जा।
मऊ। मुख्तार अंसारी के करीबी व सदर तहसील के सरवां गांव के पूर्व प्रधान बैजनाथ की अवैध रूप से हथिया ली गई डेढ़ करोड़ की जमीन को प्रशासन ने सोमवार को मुक्त करा दिया। इसके बाद एसडीएम सदर जयप्रकाश यादव के नेतृत्व में पोकलैंड लगाकर पोखरी की खोदाई की गई। इसे लेकर गांव में अफरातफरी की स्थिति मची रही।
परदहां ब्लाक के सरवां में पूर्व प्रधान बैजनाथ ने ग्रामसभा की जमीन अराजी नंबर 592 तथा रकबा 0.566 हेक्टेयर है। वह अपने परिवार वालों को पट्टा कर दिया था। ग्रामवासियों ने जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल से इसकी शिकायत की थी। इसे लेकर रविवार को नापी करायी गई और सोमवार को सदर एसडीएम के नेतृत्व में जमीन से पोकलैंड लगाकर कब्जा हटाया जा रहा है। एसडीएम जयप्रकाश यादव ने बताया कि रविवार को ही जेसीबी लगा दी गई थी।
लेकिन वह खराब हो गई। इसकी वजह से कार्य रूक गया था। सोमवार को पोकलैैंड लगाकर साढ़े चार बीघा में पोखरी की खोदाई की जा रही है। बाद में इसे ग्रामसभा के हवाले कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्तार अंसारी के शह पर पूर्व प्रधान ने इस जमीन को अवैध तरीके से हड़प लिया था। यह जमीन अब मुक्त कर ली गई है। इस दौरान नायब तहसीलदार संत विजय सिंह,कानूनगो रामकीर्ति सिंह लेखपाल तथा सरायलखंसी व कोतवाली पुलिस भी मौजूद थी।
सदर विधायक मुख्तार अंसारी का विधायक निधि के दुरुपयोग व धोखाधड़ी के सरायलखंसी थाने के मामले में सोमवार को ज्यूडिशियल रिमांड की पेशी थी। प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संतोष कुमार वर्मा ने मुख्तार अंसारी का बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के रिमांड स्वीकृत कर अगली पेशी के लिए 19 जुलाई की तारीख नियत कर दी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मजिस्ट्रेट ने बंदी मुख्तार अंसारी का कुशल क्षेम भी पूछा।
सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सरवां स्थित बैजनाथ यादव पूर्व प्रधान के विद्यालय को विधायक निधि से मानक के विपरित अवैध तरीके से सदर विधायक ने 44 लाख रुपया दो बार में उपलब्ध कराया था। इस मामले में थाने में धोखाधड़ी व षडयंत्र का मामला पंजीकृत किया गया। इसी मामले की विवेचना कोतवाली प्रभारी वीके श्रीवास्तव द्वारा की जा रही है। इस दौरान मामले के विवेचक मुख्तार अंसारी के वकील व एसपीओ उपस्थित थे।