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यूपी: देर सायंकाल वाराणसी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, सभी कार्यों का लिया जायजा।
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रस्तावित दौरे से पहले सोमवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी पहुंचे। उन्होंने पीएम के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं का हाल जाना और अधिकारियों को बारिश के दौरान खराब हो चुकी सड़कों को तत्काल ठीक करने का निर्देश दिया। कहा कि काशी के चौराहों को और सजाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी के वाराणसी का सांसद बनने के बाद 7 वर्षों में यहां रिकॉर्ड विकास परियोजनाएं आई और विकास हुआ है। बड़े स्तर पर सड़कों का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण हुआ है। अपने संक्षिप्त दौरे पर मुख्यमंत्री सोमवार शाम करीब सात बजे वाराणसी पहुंचे।
सबसे पहले सर्किट हाउस सभागार में विकास परियोजनाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इसके बाद जिला अस्पताल में बन रहे एमसीएच मदर चाइल्ड विंग और आशापुर में ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। वहां से गोदौलिया के मल्टीलेवल पार्किंग स्थल पहुंचे। पार्किंग स्थल का निरीक्षण कर विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने रमना एसटीपी के सही रूप से कार्य नहीं कर पाने की जानकारी पर असंतोष व्यक्त करते हुए इसमें जवाबदेही तय करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके विभाग द्वारा के क्रियान्वित कार्यों का संदेश आमजन तक पहुचाये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में जापान और भारत की दोस्ती के प्रतीक 186 करोड़ की लागत से तैयार सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का भी स्थलीय निरीक्षण किया। यह महीने में दूसरी बार सीएम योगी यहां पहुंचे। निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। यह एक अद्वितीय कन्वेंशन सेंटर है जिसमें जापानी और भारतीय वास्तु शैलियों का संगम दिखता है।
बता दें कि सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हॉल को लोगों की संख्या के अनुरूप 2 हिस्सों में विभाजित करने की व्यवस्था की गई है। कन्वेंशन सेंटर पूर्णत: वातुनुकुलित है। बड़े हॉल के अलावा 150 लोगों की क्षमता वाला एक मीटिंग हॉल है। इसके अतिरिक्त यहां एक वीआईपी कक्ष, चार ग्रीन रूम का निर्माण कराया गया है। दिव्यांग जनों की सुविधा की दृष्टि से पूरे परिसर को सुविधाजनक बनाया गया है।
वाराणसी में 736.38 करोड़ रुपए की 75 प्रमुख परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की 417.68 करोड़ रुपए की 64 प्रमुख परियोजनाओ को क्रियान्वित करने के प्रस्ताव तैयार होकर स्वीकृत हो चुके हैं। पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में 186.00 करोड़ रुपए लागत से निर्मित वाराणसी नगर निगम में अंतरराष्ट्रीय सुविधा एवं सहयोग केंद्र रुद्राक्ष का निर्माण, 62.89 करोड़ रुपए लागत से राजकीय चिकित्सालय पांडेयपुर परिसर में 50 शैया महिला चिकित्सालय का अनावासीय भवन निर्माण, 29.63 करोड़ की लागत से बीएचयू में रीजनल इंस्टीट्यूट आफ ऑफथेल्मोलॉजी का निर्माण, 62.04 करोड़ रुपए लागत से 33.91 किमी0 लम्बे पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य, 50.17 करोड़ रुपए लागत से वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर ओवरब्रिज बनकर तैयार हैं।
इसके अलावा 20.25 करोड़ रुपए लागत से राजघाट से अस्सी तक क्रूज वोट का संचालन कार्य एवं चार पार्कों का विकास एवं सौंदर्यीकरण व 84 घाटों पर सूचना पट्ट का कार्य, 19.55 करोड़ रुपए लागत से गोदौलिया चौक पर मल्टीलेवल टू व्हीलर पार्किंग का निर्माण कार्य, 14.21 करोड़ रुपए लागत से मछोदरी स्मार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल व स्किल डेवलपमेंट सेंटर का विकास, 11.95 करोड़ रुपए लागत से अस्सी घाट व राजघाट व अन्य घाटों पर दबाव कम किए जाने हेतु गंगा नदी के ड्रेजिंग एवं चैनेलाइजेशन के कार्य के अलावा सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू में 45.50 करोड़ रुपये लागत से निर्मित 100 शैयायुक्त एमसीएच विंग, 60.63 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 80 टीचर रेजिडेंशियल फ्लैट, 29.63 करोड़ रुपये की लागत से काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट ऑफ थेल्मोलॉजी की पूर्ण हो चुके निर्माण कार्य, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 17.00 करोड़ रूपये की लागत से आईयूसीटीई भवन के अंतर्गत पूर्ण हो चुके एपीजे अब्दुल कलाम मल्टीपरपज भवन के निर्माण आदि कार्य प्रमुख हैं।
समीक्षा बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, प्रदेश भाजपा सह प्रभारी सुनील ओझा, सांसद मछली शहर बीपी सरोज, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, एमएलसी अशोक धवन, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा सहित एडीजी बृजभूषण, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।