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यूपी: वाराणसी में साक्षी सुरक्षा योजना को प्रभावी बनाने पर दिया गया जोर।
वाराणसी। साक्षी सुरक्षा योजना को और प्रभावी बनाया जाएगा। गवाहों की सुरक्षा की जिम्मेदारी का निर्वहन हो। कानून का शासन बनाए रखने के लिए बिना किसी धमकी या प्रतिहिंसा से निडर होकर सहयोग करने की स्थिति में होना आवश्यक है। साक्षियों को यह विश्वास प्रदान करना जरूरी है वे सुरक्षा के पूर्ण आश्वासन के साथ सहयोग प्रदान करने के लिए आगे आएं। कई मामलों में अपनी जान माल का खतरा होने के कारण साक्षी मुकर जाते हैं।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के साथ गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में उक्त विचार विमर्श किया गया। थाने पर चोटिल व्यक्ति पहुंचे तो उसका पहले प्राथमिक उपचार कराया जाए। मुख्य सड़कों के अलावा गलियों में भी पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए। इस दौरान जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया गया। बैठक में दैनिक जागरण के सामने बेहतरीब तरीके से गाडिय़ों को खड़ी करने का मसला भी उठाया गया।
ट्रैफिक समस्या पर भी बात रखी गई। यह भी कहा गया कि मात्र शांति भंग की आशंका में धारा 151 के तहत चालान करने से भय नहीं खत्म होता है। इसलिए निरंकुशता पर भी लगाम लगानी चाहिए। बैठक में जनप्रतिनिधियों के बहुमूल्य सुझावों को नोट किया गया। इस बाबत संबंधितों को निर्देश भी दिए गए। बैठक में एमएलसी अशोक धवन, एलएलसी आशुतोष सिन्हा, विधायक कैलाश नाथ सोनकर, मंत्री अनिल राजभर के प्रतिनिधि पवन कुमार चौबे मौजूद थे।
ट्रेवल आफिस के विवाद में काशी विद्यापीठ छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल राज को गोली मारकर घायल किया गया था। कैंट पुलिस ने गत 13 जुलाई की रात घौसाबाद में हुई इस वारदात का राजफाश किया। पांच आरोपितों ने वारदात की साजिश रची थी। इस संबंध में गुरुवार को मलदहिया पानी टंकी निवासी मुख्य आरोपित आजाद सोनकर, ढेलवरिया, चौकाघाट निवासी शनि कन्नौजिया व लच्छीपुरा, नदेसर निवासी विमलेश कुमार उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया गया।
इनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त आटो रिक्शा बरामद किया गया। पुलिस इस मामले में फरार दो अन्य आरोपितों मयंक गुप्ता व संदीप सोनकर की तलाश में दबिश दे रही है। एसीपी कैंट अभिमन्यु मांगलिक ने कैंट थाने में मीडिया के समक्ष आरोपितों को पेश किया।