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यूपी: वाराणसी में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करा कर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव कपिल किशोर लाल ने रचा इतिहास।
वाराणसी। यूजीसी नेट की परीक्षा पास करना आसान नहीं है। एक बार परीक्षा पास करने के बाद दोबारा परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या काफी कम है। वहीं संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव एआर कपिल किशोर लाल ने सात-सात बार अलग-अलग विषयों से यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर एक नया इतिहास रचा है।
इस प्रकार वह इंडिया बुक आफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने में कामयाब रहे हैं। इससे पहले कानपुर के अमित कुमार ने छह सब्जेक्ट से नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर इंडिया बुक आफ रिकार्ड अपना नाम दर्ज करा चुके हैं।इसके लिए कपिल किशोर ने समाजशास्त्र, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान, वाणिज्य, इतिहास (प्राचीन व मध्यकालीन) शिक्षाशास्त्र विषयों से स्नातकोत्तर की उपाधि भी हासिल की।
बता दे कि नौकरी करते हुए उन्होंने व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दी। साथ ही यूजीसी नेट की परीक्षा में भी शामिल हुए। आंबेडकर नगर के मूल निवासी कपिल 1996 में ही सेवा में आ गए। यूपी पुलिस रेडियो की नौकरी छोड़कर उन्होंने वर्ष 1997 में वाराणसी में डिप्टी जेलर पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया।
इस क्रम में वर्ष 1998 में एसससी के माध्यम में एजी में एकाउंटेंट, मिनिस्ट्री आफ डिफेंस में सेक्शन आफिसर, वर्ष 2007 में आर, 2010 में बिहार पीसीएस, वर्ष 2018 में सहायक कुलसचिव पद पर चयन हुआ। इस प्रकार जहां किसी को एक नौकरी नहीं मिल रही है। वही 47 वर्ष की उम्र सहायक कुलसचिव की सातवीं सर्विस कर रहे हैं।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्तमान सत्र से ही लागू करने का निर्णय लिया है। इस क्रम मेंं स्नातक स्तर पर न्यूनतम सामान पाठ्यक्रम को मंजूरी दी जा चुकी है। सीबीसीएस प्रणाली के तहत क्रेडिट सिस्टम पर कार्य चल रहा है। बुधवार को कुलसचिव का कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सुनीता पांडेय ने बताया कि शासन की नीतियों पर खरा उतरने का प्रयास होगा।
विद्यापीठ सूबे में पथ-प्रदर्शक बने। इसके लिए नई शिक्षा नीति को सर्वप्रथम विश्वविद्यालय में लागू कराने की योजना है। कहा कि अध्यापकों व कर्मचारियों के सभी के सहयोग से मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल पहली प्राथमिकता परीक्षा व प्रवेश है। उन्होंने बताया कि स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं 15 जुलाई से होने वाली है। प्रवेश परीक्षाओं की तिथि भी इसी माह में तय करने का प्रयास होगा। इससे पहले उन्होंने श्रीकाशी विश्वनाथ और अन्नपूर्णा दरबार समेत कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन किया।
अन्नपूर्णा मठ में उपमहंत शंकर पुरी ने चुनरी व प्रसाद भेंट कर आशीष दिया। पूर्व कुलसचिव को दी विदाई पूर्व कुलसचिव डा. एसएल मौर्य के सम्मान में बुधवार को विदाई समारोह आयोजित किया गया है। इस दौरान कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी सहित अन्य शिक्षकों व कर्मचारियों ने डा. मौर्या के कार्यों की जमकर सराहना की।