UP news
यूपी: लखनऊ के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू हटने से आर्थिक गतिविधियों में भारी उछाल।
लखनऊ। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को थामने के लिए उत्तर प्रदेश में मई माह में लगाए गए आंशिक कोरोना कर्फ्यू के जून में खत्म होने से आर्थिक गतिविधियों में फिर तेजी आई है। इसका असर राज्य सरकार के राजस्व पर भी पड़ा है। बीते मई माह की तुलना में जून में सरकारी खजाने में 2891.56 करोड़ रुपये अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।
मई में सरकार को कर और करेतर राजस्व की मुख्य मदों में जहां 8272.55 करोड़ रुपये राजस्व मिला था, वहीं जून में यह बढ़कर 11164.11 करोड़ रुपये हो गया है। वैट को छोड़ कर और करेतर राजस्व के अन्य सभी प्रमुख मदों में मई की तुलना में जून में सरकार को ज्यादा राजस्व मिला है।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझते हुए भी राज्य सरकार को पिछले वर्ष की तुलना में इस साल जून में 2129.28 करोड़ रुपये ज्यादा राजस्व हासिल हुआ है। पिछले साल जून में राज्य सरकार को 9034.83 करोड़ रुपये राजस्व मिला था। जून में 15577.85 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्तियां 71.7 प्रतिशत रहीं।
जून में जीएसटी के जरिए 5996.01 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया गया था। वैट के मद में 2258.84 करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य था जिसके सापेक्ष 2033.44 करोड़ रुपये वसूल हुए। यह मासिक लक्ष्य का 90 प्रतिशत है। आबकारी के मद में मासिक लक्ष्य की 75.9 प्रतिशत वसूली कर विभाग ने मई में 2988.96 करोड़ रुपये कमाए। इस मद में 3940 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था।
स्टांप एवं निबंधन के मद में 2250 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 81.1 फीसद वसूली कर 1825.4 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई। परिवहन के मद में विभाग ने 591.1 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया जो कि मासिक लक्ष्य का 74.4 प्रतिशत है। इस मद में 795 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था। करेतर राजस्व के अंतर्गत भूतत्व एवं खनिकर्म मद में 338 करोड़ रुपये के मासिक लक्ष्य के सापेक्ष 243.48 करोड़ रुपये का राजस्व मिला जो मासिक लक्ष्य का 72 प्रतिशत है।