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यूपी: मिर्ज़ापुर विंध्य कारिडोर के निमार्ण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे राज्य मंत्री श्री नीलकंठ तिवारी।
मिर्ज़ापुर। निर्माण को तैयार विंध्य कारिडोर के शिलान्यास की घड़ी नजदीक आ चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कारिडोर का शिलान्यास कर सकते हैं। शिलान्यास को लेकर पर्यटन व धर्मार्थ कार्य मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने रविवार को विंध्यधाम पहुंचकर विंध्य कारिडोर का निरीक्षण किया।
पर्यटन व धर्मार्थ कार्य मंत्री सड़क मार्ग से रविवार की दोपहर विंध्यधाम पहुंचे। यहां नगर विधायक रत्नाकर मिश्र के आवास पर रूके। इसके बाद सीधे विंध्यधाम की ओर निकल पड़े। पक्का घाट से गंगा तट पर पहुंच आचमन ग्रहण किया। इसके उपरांत विंध्य कारिडोर के अंतर्गत बनने वाले परिक्रमा पथ का निरीक्षण किया। हवन कुंड व मंदिर के अन्य विग्रहों के संदर्भ में भी चर्चा की। इसके बाद माला-फूल, नारियल-चुनरी प्रसाद लेकर गर्भगृह पहुंच मां विंध्यवासिनी का विधिवत दर्शन-पूजन किया।
दर्शन-पूजन के बाद अष्टभुजा डाकबंगला पहुंचे, जहां अधिकारियों के साथ बैठक कर विंध्य कारिडोर के शिलान्यास को लेकर चर्चा किया। अधिकारियों से वार्ता के बाद पर्यटन व धर्मार्थ कार्य मंत्री मां अष्टभुजा का दर्शन-पूजन कर सड़क मार्ग से अपने गंतव्य को रवाना हो गए।
इस दौरान ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मझवां विधायक सुचिस्मिता मौर्या, मंडलायुक्त योगेश्वरराम मिश्र, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व यूपी सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 15 से 25 तारीख के बीच किसी भी दिन मीरजापुर आने की संभावना है। मुख्यमंत्री विंध्य कारिडोर के शिलान्यास के साथ ही विंध्य क्षेत्र को एक और बड़ी सौगात दे सकते हैं। डाकबंगला पर अधिकारियों संग बैठक के दौरान पर्यटन व धर्मार्थ कार्य मंत्री विंध्य कारिडोर के शिलान्यास को लेकर चर्चा की।
नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से मिलकर शास्त्री पुल के चौड़ीकरण यानी फोरलेन निर्माण के मांग किया था। विधायक को आश्वासन भी मिला था। जानकारी के अनुसार, बैठक में इस पर चर्चा की गई।अलौकिक तरीके से सजेगा विंध्यधाम, निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार
विंध्याचल मंदिर विश्व विख्यात तीर्थ स्थल है। मंदिर के आसपास छोटे-बड़े मंदिर, कुंड व पुराने जमाने की विरासत मौजूद है। इसे सुरक्षित करने के लिए उन सभी जगहों का जीर्णोद्धार होगा। विंध्यधाम के कायाकल्प के लिए योजना तैयार हो चुकी है। विंध्यधाम को अलौकिक तरीके से सजाया जाएगा। निर्माण को तैयार विंध्य कारिडोर का प्रस्ताव बनाकर शासन को पहले ही भेजा जा चुका है।
अक्टूबर तक कारिडोर निर्माण करने का टारगेट है। इसलिए जल्द ही शिलान्यास होने की उम्मीद है। भवनों की रजिस्ट्री व ध्वस्तीकरण प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुका है। अब बस निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार है। शिलान्यास के बाद शासन से हरी झंडी मिलते ही सबसे पहले परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जाएगा।