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यूपी: वाराणसी रोडवेज में कर्मचारियों की अब मैनुअल लगाई जा रही ड्यूटी।
वाराणसी। परिवहन निगम के डिपो में आनलाइन रोस्टर की व्यवस्था फेल हो गई है। यहां मैनुअल तरीके से चालक और परिचालकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। बस डिपो और स्टेशन पर लगी इलेक्ट्रानिक मशीनें और ज्यादातर उपकरण खराब पड़े हैं, लिहाजा काम करने में परेशानी हो रही है।
कार्यदायी संस्था ट्राइमैक्स का अनुबंध एक वर्ष पहले ही समाप्त हो चुका है। इसलिए खराब पड़े उपकरण दफ्तरों में धूल फांक रहे हैं। मजे की बात यह है कि इस खामी को अवसर बनाकर कार्यालय लिपिक चांदी काट रहे हैं। चालक और परिचालकों की ड्यूटी लगाने में फिर से उनकी मनमानी शुरु हो गई है।
दरअसल, चालक और परिचालकों की ड्यूटी में मनमानी रोकने के लिए शासन ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में नई व्यवस्था लागू की थी। दो वर्ष पूर्व साफ्टवेयर के जरिए ड्यूटी रोस्टर आनलाइन होने से भ्रष्टाचार के मामलों में काफी हद तक कमी आई। हालांकि, विभाग के खिलाडिय़ों ने नई व्यवस्था के साथ अपना पैतरा भी बदल लिया। डीएस के प्रतिशत में वृद्धि और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए मैनुअल पर्ची निकाली जा रही है। वहीं, खराब पड़े उपकरण के कारण ड्यूटी बाबुओं के लिए सोने पर सुहागा हो गया।
वाराणसी परिक्षेत्र के ज्यादातर बस डिपो में ईटीआईएम इलेक्ट्रोनिक टिकटिंग मशीन खराब पड़ी है। ड्यूटी के दौरान परिचालक मशीन को मजबूरी में साथ लेकर चलते हैं। मशीनें काम नहीं करती। यात्रियों को पुरानी व्यवस्था के तहत मैनुअल रसीद दी जा रही है।
दरअसल, कार्यदाई संस्था से अनुबंध खत्म होने से रोडवेज में उपकरणों के मरम्मत का कार्य प्रभावित चल रहा है। इनमें शामिल ईटीआईएम को आउट सोॄसग के जरिए मेंटेन किया जा रहा है। कैंट डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक डीएस सिंह ने बताया कि उपकरण मरमत के लिए मुख्यलय स्तर पर एजेंसी का चुनाव किया जा रहा है। टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है।