उत्तर प्रदेश। बरेली में शिक्षक चंद्रपाल की मौत मामले में फरार सूदखोरों की गिरफ्तारी तो दूर, पुलिस अब तक लोकेशन भी नहीं ढूंढ़ पाई। इधर, सूदखोर चंद्रपाल के स्वजन को फोन कर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। भाई विजेंद्रपाल के मुताबिक, सूदखोर फोन कर चेक वापस करने को कह रहे। आश्वासन दिया जा रहा है कि चंद्रपाल पर कोई बकाया नहीं। नेताओं व अन्य लोगों के जरि फोन कराकर सूदखोर दबाव बना रहे हैं।
गंगवार ने सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग आकर 28 जून को सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी कर ली थी। सुसाइड नोट के आधर पर स्वजन ने गुड़िया, संतोष कुमार, पप्पू व कपिल छावड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उसी दिन पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। विजेंद्रपाल ने कहा कि उनके भाई को इंसाफ चाहिए। पुलिस आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करे।
पुलिस ने चंद्रपाल के बैंक अकाउंट की जांच की। उनका एक खाता मीरगंज व एक शहर में निकला। एक में उनका गन्ने का पैसा आता था। पुलिस ने अकांउट की पूरी जानकारी के लिए बैंक से संपर्क किया है। इधर, शनिवार को भी चंद्रपाल के सुसाइड नोट की हैंड राइटिग का मिलान नहीं कराया जा सका।
प्रेमनगर में सूदखोर के साथ युवक को धमकाने गया अधिवक्ता दीपक तिवारी फरार है। प्रेमनगर पुलिस ने उसके घर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। मामले में यश रस्तोगी उर्फ चंदन को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इंस्पेक्टर मीरगंज दयाशंकर ने कहा कि आरोपित फरार हैं। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।