वाराणसी। मानसून ब्रेक की स्थिति पैदा हो गई है। बादल होकर भी बारिश नहीं हो पा रही है। हालांकि मौसम विज्ञानियों के अनुसार जल्द ही इस क्षेत्र में कम दबाव वाली स्थिति बनेगी, फिर से काली घटाएं छाएंगी और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश होगी। हालांकि अभी छिटपुट बारिश की संभावना कभी भी बन सकती है।
मगर तेज वर्षा के लिए हमें भी कुछ दिन इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि कम दबाव वाला क्षेत्र बनारस समेत पूर्वांचल वाले हिस्सों से खिसक कर पूर्वोत्तर और मध्य भारत में स्थानांतरित हो गया है। हालांकि मानसून अभी कमजोर नहीं पड़ा है।
इस बीच जुलाई के पहले दिन बनारस का आसमान कई दिन बाद गुरुवार को बिल्कुल साफ दिखा। तीखी धूप और भारी नमी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए, तो वहीं कूलर-पंखे इस असह्य गर्मी के आगे बेअसर साबित हो रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार बनारस समेत पूर्वांचल भर में अगले कुछ दिनों तक मौसम का यही रुख बना रहेगा। वहीं बनारस की हवाओं में अब भी काफी नमी बनी हुई है, जिससे उमस काफी हलकान करेगा।
गुरुवार को बनारस का अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा। अधिकतम तापमान सामान्य के बराबर, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चला गया। इस बीच हवाओं में नमी 74 फीसद तक दर्ज की गई। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून के बीच-बीच ब्रेक या बाधा आती ही है।
यही मानसून की प्रकृति ही इसी तरह से काम करती है। मानसून के दौरान यह 10-15 दिन के बीच-बीच में आता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश की संभावना काफी कम है। हालांकि उत्तर प्रदेश के तराई हिस्से में बारिश हो सकती है।