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यूपी: चंदौली में आयुष्मान कार्ड बनवाने में मददगार बनेंगे ग्राम प्रधान। .
चंदौली। आयुष्मान भारत योजना के लिए गोल्डेन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया काफी धीमी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इसमें नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों की मदद लेने की योजना बनाई है। पात्रों को आयुष्मान पत्र व राशन कार्ड के साथ सहज जनसेवा केंद्रों पर पंजीकरण कराना होगा। उनका गोल्डेन कार्ड बन जाएगा। इसके अलावा कोरोना वैक्सीन टीकाकरण केंद्रों पर भी निश्शुल्क गोल्डेन कार्ड बनाने की सुविधा दी जा रही है।
पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की ओर से आयुष्मान भारत योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए पत्र जारी किया गया है। हालांकि इसमें सैकड़ों ने अभी तक आनलाइन पंजीकरण कराकर अपना गोल्डेन कार्ड नहीं बनवाया है। जिले में कई गांव ऐसे हैं, जहां एक भी पात्र परिवार का गोल्डेन कार्ड नहीं है। 1.24 लाख लाभार्थी परिवारों में महज 71 हजार का गोल्डेन कार्ड बना है। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में इसको लेकर सख्त हिदायत दी थी।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने इस कार्य में प्रधानों की मदद लेने की योजना बनाई है। दरअसल प्रधानों की बातों का असर लोगों पर अधिक होता है। इसलिए विभाग ने प्रधानों को जीत की बधाई का पत्र भेजकर गोल्डेन कार्ड बनवाने में सहयोग की अपील की है। प्रधान इसको लेकर लोगों को जागरूक करेंगे। वहीं सहज जनसेवा केंद्रों पर ले जाकर उनका पंजीकरण भी कराएंगे।
कोरोना टीकाकरण के लिए केंद्र बनाए गए सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है। टीकाकरण कराने के साथ ही लोग पंजीकरण कराकर कार्ड बनवा सकते हैं। किसी तरह की समस्या होने पर अधिकारियों के संपर्क किया जा सकता है।
आयुष्मान योजना के अंतर्गत चिह्नित बीमारियों की चपेट में आने पर गरीबों को पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। योजना के तहत चयनित सरकारी अथवा निजी अस्पतालों में गोल्डेन कार्ड दिखाकर मरीज भर्ती हो सकते हैं। अस्पताल प्रशासन की ओर से उनका आपरेशन व उपचार किया जाएगा। इलाज में खर्च होने वाली धनराशि सरकार वहन करेगी।
आयुष्मान भारत योजना के लिए गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए लोग हेल्पलाइन नंबर 14555 या 180018004444 पर फोन कर सकते हैं। उनकी शंका का समाधान किया जाएगा। वहीं शिकायतों को नोट कर निस्तारण के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी। आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनवाने में ग्राम प्रधानों की मदद ली जाएगी। इसको लेकर प्रधानों को पत्र भेजा गया है। उनसे अपील की गई है कि गांव में जिन लोगों के कार्ड नहीं बने हैं, उन्हें चिह्नित कर डाटा मुहैया कराएं। साथ ही ऐसे लोगों का पंजीकरण कराकर कार्ड बनवाने में मदद करें।