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भारत के खतरनाक कमांडो मार्कोस आखिर क्यों केन्या में दे रहे है ट्रेनिंग
नई दिल्ली । भारतीय नौसेना का जहाज तलवार बहु-राष्ट्रीय समुद्री अभ्यास ‘कटलैस एक्सप्रेस 2021’ (सीई 21) में हिस्सा ले रहा है. यह अभ्यास केन्या में 26 जुलाई, 2021 से छह अगस्त, 2021 तक चलेगा. बंदरगाह पर होने वाला अभ्यास मोमबासा में 26-28 जुलाई तक किया गया, जिसमें भारतीय नौसेना के मैरीन कमांडोज (मार्कोस) ने केन्या, जिबूती, मोजाम्बीक, कैमरून और जियॉर्जिया के तटरक्षक दल के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया.
क्या है इस वॉर एक्सरसाइज का मतलब
नेवी कमांडोज मार्कोस ने ‘विजिट,’ ‘बोर्ड,’ ‘सर्च,’ और ‘सीजर’ (पहुंचना, चढ़ना, तलाशना, जब्त करना — वीबीएसएस) ऑप्रेशन का प्रशिक्षण दिया. इस अभ्यास में विदेशी नौसैनिकों ने हिस्सा लिया. यह अभ्यास मोमबासा के बंडारी मैरीटाइम अकादमी में किया गया. कटलैस एक्सप्रेस’ अभ्यास को इस तरह तैयार किया गया है, जिसके जरिये क्षेत्रीय सहयोग, समुद्री सीमा सम्बंधी जागरूकता पैदा होगी तथा अमेरिका, पूर्वी अफ्रीका तथा पश्चिमी हिंद महासागर के बीच क्षमता बढ़ाने के लिये बेहतरीन तौर-तरीकों को साझा किया जायेगा. इसका मकसद पश्चिमी हिंद महासागर में गैर-कानूनी समुद्री गतिविधियों से निपटना है.
मार्कोस को मगरमच्छ के नाम से भी जानते हैं. ये नेवी के स्पेशलाइज्ड मरीन कमांडोज़ हैं. मार्कोस उत्तराखंड की पहाड़ियां हो या जम्मू कश्मीर की झेलम और चेनाब जैसी गहरी नदियां या फिर मुंबई का गहरा समुद्र, हर जगह गोते लगाकर लोगों की जान बचाने का माद्दा रखते हैं. मार्कोस कमांडोज को पहले मरीन कमांडो फोर्स यानी एमसीएफ के नाम से भी जाना जाता था. मार्कोस, इंडियन नेवी की एक स्पेशल ऑपरेशन यूनिट है. इसका मकसद कांउटर टेररिज्म, डायरेक्टर एक्शन, किसी जगह का खास निरीक्षण, अनकंवेंशनल वॉरफेयर, होस्टेज रेस्क्यू, पर्सनल रिकवरी और इस तरह के खास ऑपरेशनों को पूरा करना है.
आईएनएस तलवार, इंडियन नेवी की तलवार क्लास फ्रिगेट में टॉप क्लास की फ्रिगेट मानी जाती है. इसे रूस में तैयार किया गया था और 18 जून 2003 को यह नेवी में कमीशंड की गई. यह एक मल्टीरोल फ्रिगेट है जिसने कमीशनिंग के बाद से अब तक कई ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है. इस फ्रिगेट को सोमालिया के तटों पर पाइरेसी को खत्म करने का मास्टर माना जाता है. यह एक गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है. 3700 टन की शिप आईएनएस तलवार इंडियन नेवी की अहम शिप्स में शामिल है. आईएनएस तलवार समंदर पर 30 नॉट्स यानी 55 किलीमीटर प्रति घंटे की स्पीड हासिल करने की क्षमता रखता है. यह फ्रिगेट कई तरह के खतरनाक हथियारों से लैस है. इसके सेंसर्स को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है.
इस जहाज को पानी, हवा और जमीन में मौजूद खतरों से निबटने का कारगर हथियार माना जाता है. इस पर 25 ऑफिसर्स औार 220 सेलर्स की टीम तैनात रहती है. आईएनएस तलवार को इस समय कैप्टन सतीश शेनाई कमांड कर रहे हैं. खाड़ी क्षेत्र में इस वॉरशिप ने कई बार सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाला है. इसका मकसद भारतीय जहाजों को होरमुज स्ट्रैट पर सुरक्षित रास्ता मुहैया कराना था.