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यूपी: मेरठ में 15 अगस्त पर भी पतंग से जुड़ा बाजार हुआ गुलजार।

यूपी: मेरठ में 15 अगस्त पर भी पतंग से जुड़ा बाजार हुआ गुलजार।


मेरठ। कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे पतंग कारबार को अभी राहत का इंतजार है। हर साल 15 अगस्त के अवसर पर तिरंगे सहित अन्य प्रकार की पतंगों की काफी डिमांड है। इतना ही नहीं पतंगों के रेट में भी बढ़ोतरी भी होती थी, लेकिन इस बार पतंग के खरीदार नहीं हैं। मेरठ के गोलाकुआ पतंगों का बड़ा बाजार माना जाता है। बड़ी संख्या में ग्राहक एवं दुकानदार पतंगों को खरीदने आते हैं। मगर कोरोना के कारण अब वह बिल्कुल सुनसान पड़ा है।

पतंगों का कारोबार करने वाले मुन्ना ने बताया कि 50 साल से वह पतंगों को खुद ही बना रहे हैं और बिक्री करते हैं. अबकी बार हालात यह है कि 70 प्रतिशत तक पतंग का कारोबार में गिरावट है। मेरठ गोला कुुुआं का बाजार पतंगों का सबसे बड़ा बाजार माना जाता था। दूरदराज से लोग यहां पर पतंग खरीदने आते थे। मगर अब सभी शहरों में पतंगे बनाई जाने लगी है। हालांकि अब भी सबसे ज्यादा टूर्नामेंट में उपयोग होने वाली पतंगों की खरीदारी मेरठ से ही होती हैै। क्योंकि जिस तरह की पतंगे मेरठ में बनाई जाती हैंं। वैसे टूर्नामेंट की पतंगे और कहीं नहीं मिलती है।

तीन माह से वेतन न मिलने से परेशान कर्मचारी मेडिकल कॉलेज में विश्र्वा कपंनी के सफाई कर्मचारियों ने महीने से वेतन न मिलने पर कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का घेराव किया। इस दौरान विपिन मनोठिया, दीपक ढिलौर नितिन व सैकड़ों की तादाद में सफाई कर्मचारी मोजूद रहे। सामाजिक संस्था एक प्रयास में तीज महोत्सव धूमधाम से मनाया। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने ग्रीन थीम पर आधारित ड्रेस पहनकर हरियाली बचाने का संदेश दिया। रजनी सिंघल मिसेज ग्रीन चुनी गई।