लखनऊ । उत्तर प्रदेश के 16 जिला अस्पतालों में ट्रामा के मरीजों को निश्शुल्क सीटी स्कैन की सुविधा जल्द मिलेगी। इन जिलों के मरीजों को सीटी स्कैन कराने के लिए बड़े शहरों की ओर दौड़ नहीं लगानी होगी। अभी यहां सीटी स्कैन की सुविधा न होने से रोगियों को दूसरे जिलों के अस्पतालों में रेफर किया जाता है। थ्री पी माडल पर यह सीटी स्कैन मशीनें लगाई जाएंगी। फिलहाल प्रदेश में 59 जिलों में मरीजों को यह सुविधा दी जा रही है। बाकी बचे 16 जिलों में भी यह सुविधा शुरू होने से रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के जिन 16 जिला अस्पतालों में यह सुविधा मरीजों को मिलेगी, उनमें अमरोहा, बरेली, एटा, झांसी, मैनपुरी, गाजियाबाद, कानपुर देहात, संभल, कानपुर, गोंडा, अयोध्या, शामली, मीरजापुर, प्रतापगढ़, भदोही और लखनऊ शामिल हैं। राजधानी लखनऊ स्थित लोकबंधु अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक (चिकित्सा उपचार) डा. वीके सिंह का कहना है कि इन जिला अस्पतालों में निश्शुल्क सुविधा शुरू होने से रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी। सिर्फ दुर्घटना में घायल मरीजों के सिर का ही नहीं, बल्कि बीते दिनों कोरोना की दूसरी लहर के दौरान फेफड़े में कोरोना संक्रमण का असर देखने के लिए चेस्ट का एचआर सीटी भी काफी लोगों ने कराया। ऐसे में यह काफी उपयोगी साबित होगा।
ट्रामा सेंटर का आकलन करने पर यह बात सामने आई है कि करीब 50 फीसद मरीज रेफर कर दिए जाते हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में उपचार दिया जा सकता है। इसके तहत शासन की ओर से निर्देश दिया गया कि जिन जिला अस्पतालों में अभी तक सिटी स्कैन नहीं है, वहां इसे लगाया जाए। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने 16 उन जिलों में पीपीपी माडल के तहत सिटी स्कैन लगवाने का निर्देश दिया