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यूपी: वाराणसी के कई घरों में मिला मच्छरों का लार्वा, मलेरिया विभाग ने 23 को थमाया नोटिस।
वाराणसी। बरसात के बाद उपजे हालात से जिले में तेजी से डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर रोकथाम की प्रक्रिया को न सिर्फ तेज कर दिया गया है, बल्कि टीमों की संख्या को बढ़ा दिया गया है। इस क्रम में शुक्रवार को सघन जांच अभियान चला, जिसमें मच्छरों का लार्वा पाए जाने पर 23 लोगों को नोटिस दिया गया। शनिवार तक साफ-सफाई मुकम्मल न करने पर इन लोगों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
वहीं सघन जांच अभियान के क्रम में करौंदी के आठ, शिवपुर के सात व खोजवां क्षेत्र के आठ लोगों को नोटिस दी गई। हालांकि इस बीच करौंदी में स्वास्थ्य विभाग की टीम को लोगों के प्रतिरोध का सामना भी करना पड़ा। दरअसल, एक मकान में जांच के दौरान कूलर, पानी की टंकी, गमले, मिट्टी के बर्तन आदि में लार्वा देख महकमा सन्न रह गया। पास-पड़ोस का भी वही हाल। 500-500 रुपये जुर्माना की बात सुन लोग भड़क गए।
इस पर टीम ने लोगों को अपने सामने ही स्त्रोत नष्ट कराया। जिला मलेरिया अधिकारी डा. शरद चंद पांडेय ने बताया कि कई क्षेत्रों में टीम को लोगों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए शनिवार से जांच टीम के साथ पुलिस बल भी लगाया जाएगा, ताकि जल्द से जल्द स्थिति नियंत्रित की जा सके।
वहीं 22 अगस्त तक जहां जनपद में डेंगू के केवल 42 पुष्ट मरीज थे, वहीं 25 अगस्त को यह संख्या 53 थी। 26 अगस्त को 21 मरीज मिलने के साथ डेंगू के पुष्ट मरीजों की संख्या बढ़कर 74 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक एनएस-1 किट से जांच में 560 पाजिटिव मिले थे।
मौसम के इस संक्रमण काल में घर-घर वायरल बुखार व सर्दी-जुखाम से पीड़ित मिल रहे हैं। डेंगू, मलेरिया समेत मच्छर जनित बीमारियों की संख्या भी अचानक बढ़ गई है। मंडलीय हास्पिटल कबीरचौरा के वरिष्ठ परामर्शदाता एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसपी सिंह के मुताबिक यह मौसम संक्रामक बीमारियों का है। इसमें बच्चों पर विशेष ध्यान देना होगा। ऐसा न करने पर बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी तीन तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पहला-सर्दी, खांसी, जुकाम एवं बुखार, दूसरा-उल्टी दस्त और बुखार तथा तीसरा-डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया तथा मच्छरजनित रोग।