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वाराणसी : गंगा में बाढ़ से 31 हजार लोग प्रभावित, 2848 राहत शिविरों में पहुंचाए गए
वाराणसी । खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा की धारा तबाही मचाने की राह निकल पड़ी हैं। इससे गंगा-वरुणा तटवर्ती तमाम गांव-मोहल्ले घिर गए हैं तो घरों में एक मंजिल तक पानी भर गया है। कुछ ने छतों पर डेरा डाला है तो बाढ़ क्षेत्र से निकलने के लिए तमाम लोग परेशान हैं। राहत शिविरों में मुकम्मल व्यवस्था न किए जाने की शिकायतें भी आ रही हैं। अब तक राहत के नाम पर किए जा रहे तमाम दावे नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार बाढ़ से 30 हजार 921 लोग प्रभावित हैं। दावा है कि बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। अब तक 2848 लोगों को 21 बाढ़ चौकियों व राहत शिविरों में पहुंचाया जा चुका है।
इसमें प्राइमरी पाठशाला सरैया में 173, मदरसा सरैया-वन में 127, मदरसा सरैया-दो में 182, मदरसा सरैया-तीन में 129, प्राइमरी विद्यालय ढेलवरिया में 167, माता प्रसाद प्राथमिक विद्यालय बड़ी बाजार में 257, नवयुग विद्या मंदिर ढेलवरिया में 128, राम जानकी मंदिर बड़ादेव ढेलवरिया में 627, गोयनका संस्कृत महाविद्यालय भदैनी में 127, गोपी राधा इंटर कालेज रवींद्रपुरी में 75, प्राथमिक पाठशाला कोटवा में 148, प्राथमिक पाठशाला सलारपुर में 43, पंचायत भवन रामपुर गोबरहा में 83, सरस्वती विद्या मंदिर हुकुलगंज में 58, सुभाष चंद्र बोस इंटर कलेज कोनिया में 62, नवोदय पब्लिक स्कूल दानियालपुर में 83, प्राथमिक पाठशाला रामपुर ढाब में 66, प्राथमिक पाठशाला डुमरी में 103, दीप्ति कान्वेंट स्कूल हुकूलगंज में 59, प्राथमिक विद्यालय नगवा में 73 तथा जेपी मेहता इंटर कालेज में 78 सहित 21 बाढ़ चौकी एवं राहत शिविरों में कुल 2848 प्रभावित लोगों को पहुंचाया गया है। इनमें लोगों को खाने-पीने के साथ-साथ चाय-नाश्ता भी दिया जा रहा है। सभी केंद्रों पर दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं। स्वच्छ पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। कुल 1353 सूखे राशन की किट वितरित की जा चुकी है। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में निगरानी के लिए 31 मोटरबोट, 39 मझौली, 15 छोटी सहित कुल 85 नाव संचालित है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा स्वयं कई शिविरों में पहुंचे तथा अफसरों को सतर्क नजर रखने का निर्देश दिया। साथ ही तत्परता से जरूरतमंदों की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।