Headlines
Loading...
यूपी: वाराणसी में कोरोना के बाद अब बढ़ा डेंगू का खतरा, 9 घरों में मिले लार्वा डेंगू मरीज़।

यूपी: वाराणसी में कोरोना के बाद अब बढ़ा डेंगू का खतरा, 9 घरों में मिले लार्वा डेंगू मरीज़।

                                विनीत जयसवाल रिपोर्टर।

वाराणसी। जिले में डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को अलग-अलग क्षेत्रों में लार्वा सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान 9 घरों में डेंगू के लार्वा मिले। उन घरों में फागिंग और छिड़काव कराया गया। साथ ही मकान मालिक को नोटिस जारी की गई है। 24 घंटे के अंदर मकान मालिक लार्वा के सोर्स को नष्ट नहीं करते हैं तो उन पर जुर्माना लगेगा।

बता दें कि जिले में अब तक डेंगू के 13 मरीज मिल चुके हैं। जिसको लेकर शुक्रवार दिनभर चले सर्च अभियान में स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्र के 326 घरों में जांच की। नौ घरों में लार्वा पाए गए। वहीं, डीएम के निर्देश पर गांवों में भी लार्वा सर्च अभियान के साथ फागिंग और छिड़काव शुरू किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आठों ब्लॉक में करीब एक हजार घरों तक पहुंची। 828 घरों में डेंगू के सोर्स नष्ट किए गए। बुखार पीड़ित 48 लोगों के सैंपल एलाइजा टेस्ट के लिए लिए गए। 

उनकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। एमएलसी लक्ष्मण आचार्य की पत्नी के डेंगू पीड़ित होने की खबर के बाद नगर पालिका शुक्रवार को एक्शन मोड में दिखी। गुरुवार शाम से पूरे नगर में फॉगिंग करायी जा रही है। नगर के सभी वार्डो में विशेष सफाई अभियान चल रहा है। नगरपालिका कॉलोनियों में प्लॉट खरीदकर छोड़ देने वालों की सूची तैयार कर रही है। जलजमाव की वजह बने इन प्लाटों के मालिकों को नोटिस जारी करने के बाद पांच हजार रुपये तक जुर्माना वसूलने की तैयारी में है। कोदोपुर, सीतापुर, गायत्रीनगर, रामविहार कॉलोनी सहित कई कॉलोनियों के लोगों के लिए गड्ढे और खाली प्लाट परेशानी का सबब बन गए हैं।

बता दें कि शरतचंद्र पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि अपने घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। इसमें डेंगू का लार्वा पैदा हो सकता है। अगर बुखार आ रहा है तो डेंगू और मलेरिया की जांच अवश्य कराएं।