कर्नाटक । मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ विस्तार से चर्चा की और राज्य की जमीनी स्थिति के बारे में बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वो राज्य को एक भरोसेमंद और एक्टिव कैबिनेट देना चाहते हैं. बोम्मई मंत्रिमंडल के विस्तार पर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. वो रविवार को दिल्ली पहुंचे थे.
बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक के बाद बोम्मई ने मीडिया से बातचीत में कहा, “जेपी नड्डा के साथ कैबिनेट विस्तार को लेकर मेरी विस्तृत चर्चा हुई. मैंने उन्हें राज्य की जमीनी हालात के बारे में बताया. कल (मंगलवार) रात तक वे अंतिम लिस्ट हमें दे सकते हैं. इसे आलाकमान के द्वारा ही प्रस्तुत किया जाएगा. अलग-अलग कॉम्बिनेशन की एक लिस्ट बनाई गई है…सभी को ध्यान में रखा जाएगा.”
इससे पहले दिन में उन्होंने कहा कि अगर केंद्रीय नेतृत्व के साथ आज होने वाली बैठक में मंत्रियों के नामों की सूची को अंतिम रूप दे दिया जाता है, तो कैबिनेट विस्तार बुधवार को सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा था कि पिछली टीम को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट में संतुलित तरीके से सदस्यों को शामिल किया जाएगा.
गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए संसद रवाना होने से पहले पत्रकारों से बोम्मई ने कहा था, “सूची को आज या कल अंतिम रूप दिया जा सकता है. बीजेपी अध्यक्ष के साथ कैबिनेट गठन को लेकर शाम में व्यापक चर्चा होगी जिसमें यह भी शामिल है कि क्या कैबिनेट गठन एक ही बार में कर लिया जाए या कई चरणों में किया जाए.”
मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्रियों के नाम तय करते समय क्षेत्रीय और सामाजिक प्रतिनिधित्व के संतुलन को भी ध्यान में रखा जाएगा. उन्होंने कहा, “इन्हीं कारकों के आधार पर संख्या और नाम तय किए जाएंगे. कितने उपमुख्यमंत्री बनाने चाहिए, यह भी बैठक में तय होगा.” उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक हालात में सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मंत्री बनने के इच्छुक कुछ विधायक यहां उनसे मिले हैं और चर्चा की है. उन्होंने कहा कि “वे यह भी जानते हैं कि सबको मंत्री नहीं बनाया जा सकता है.” बोम्मई ने 28 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और 26 जुलाई को उनके पूर्ववर्ती बी एस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बोम्मई, येदियुरप्पा के करीबी माने जाते हैं. येदियुरप्पा सरकार में वे गृह, कानून, संसदीय मामलों एवं विधायी कार्य मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.