कोरोना वायरस के केस भले ही कम हो गए हैं, लेकिन अभी भी इसका डर बरकरार है. सरकार की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि लोगों को मास्क लगाकर रखना अनिवार्य है और मास्क पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. मगर हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स ऐसी भी आई हैं, जिन्होंने लोगों को ज्यादा डरा दिया है. दरअसल, इन रिपोर्ट्स ने उन लोगों को भी डरा दिया है, जो मास्क लगाकर रखते हैं. कहा जा रहा है कि अब कोरोना वायरस आंख के जरिए भी फैल रहा है.
ऐसे में लोगों को डर है कि क्या सही में आंख के जरिए भी कोराना फैल रहा है और अगर ऐसा होता है तो फिर आंखों में क्या लक्षण आते हैं. इससे पता लगाया जा सके कि आखिर कोरोना आंख के जरिए गया है या नहीं. साथ ही डॉक्टर्स के जरिए जानते हैं कि आखिर यह कितना संभव है और इससे जुड़े क्या तथ्य है…
एम्स पूर्व की डॉक्टर मृदुला मेहता का कहना है, वायरस मुख्य तौर पर तीन तरह से शरीर में प्रवेश करता है. मुंह से, नाक से और आंख से. हमारी अक्सर आदत होती है कि आंख को छूते रहते हैं या रब करते रहते हैं, तो उसमें आंसू आ जाते हैं और तभी व्यक्ति किसी अन्य चीज को छूता है तो सरफेस पर वायरस रह सकता है. अब अगर कोई व्यक्ति उस व्यारस के संपर्क में आता है तो संक्रमित हो जाता है.
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डॉक्टर मृदुला मेहता का कहना है, ‘कोरोना वायरस में आंखों से जुड़ी समस्या में कंजक्टिवाइटिस रहा है या आंख लाल हो गई है, गड़ने लगती है. ज्यादातर जिन्हें कोरोना हुआ या होने वाला था, उनमें यही लक्षण देखे गए हैं. आंख इतनी गड़ती है, जैसे रेत भरी हो. कई लोगों में आंख में पानी आना, डिस्टार्च यानी सफेद कीचड़ आना, अगर बैक्टीरियल हो जाता है तो आंख में से पीला कीचड़ आता है. जब तक कोरोना वायरस, बीमारी के रुप में रहता है तब तक ये लक्षण बने रहते हैं और धीरे-धीरे ठीक होते हैं.
डॉक्टर मेहता ने बताया, ‘एक सामान्य व्यक्ति, जो बैलेंस डाइट लेता है, चलने फिरने में थकान नहीं है, भरपूर नींद लेता है, कोई बुखार, एलर्जी नहीं है तो उसकी इम्यूनिटी अच्छी मानी जाती है. लेकिन, कई लोग जो कोमोरबिडिटी वाले होते हैं, उनके अंदर इम्यूनिटी थोड़ी कम होती है. इसलिए कोरोना काल में उन्हें कोविड नियमों के अलावा विशेष हिदायत दी जाती है.’