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मिर्ज़ापुर : मनोकामना पूरी होने पर मां विंध्यवासिनी को श्रद्धालु ने चढ़ाया एक किलो सोने का आभूषण

मिर्ज़ापुर : मनोकामना पूरी होने पर मां विंध्यवासिनी को श्रद्धालु ने चढ़ाया एक किलो सोने का आभूषण

मिर्ज़ापुर : विश्व प्रसिद्ध विंध्यवासिनी मंदिर पर एक श्रद्धालु ने मनोकामना पूरी होने पर मां विंध्यवासिनी को एक किग्रा सोने का मुकुट व चरण गुप्तदान किया। पुजारियाें ने श्रद्धालु का नाम पूछता चाहा ताे उसने नाम और पता बताने से इन्कार कर दिया। दान किए गए मुकुट व चरण की कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई है। मंदिर के पुजारियों के मुताबिक गुप्त दानदाता आए दिन मंदिर पर आते हैं। श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होने के बाद उनके द्वारा गुप्तदान किया जाता है। इससे पहले भी गुप्तदान किया गया है।

विंध्यवासिनी दरबार लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां आम दिनों में भी हजारों की संख्या में दर्शन-पूजन के लिए भक्त पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की कामना करते हैं। मनोकामना पूर्ण हो जाने पर श्रद्धालु अलग- अलग तरीके से अपनी श्रद्धा मां के चरणों में समर्पित करते हैं। ज्यादातर भक्त अपने सामर्थ्य अनुसार मां को आभूषण, परिसर में यात्री सुविधाओं से जुड़े उपकरण इत्यादि दान करते हैं।

अनुमान के मुताबिक साल भर में करोड़ों के आभूषण मंदिर में मां के चरणों पर चढ़ाए जाते हैं। चढ़ाए जाने वाले आभूषण पर शासन-प्रशासन का कोई अधिकार नहीं होता। यहां तक कि उनको जानकारी तक नहीं दी जाती। सारा आभूषण व पैसा पारीवाल, तीर्थपुरोहितों का हो जाता है। जानकारी के बावजूद प्रशासन इस बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास नहीं करती। भक्त तमाम तरह के टैक्स इत्यादि से बचने के लिए अपने नाम छिपाकर रखता है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी जानकारी होने के बावजूद आंख मूंदे रहते हैं। इसी वजह से माना जा रहा है कि यह दान भी गुप्‍त तरीके से किया गया है