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अफगानिस्तान के काबुल में फंसे चंदौली के सूरज, परिवार वालों ने सरकार से मदद मांगी

अफगानिस्तान के काबुल में फंसे चंदौली के सूरज, परिवार वालों ने सरकार से मदद मांगी

चंदौली । अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात के बीच जिस तरह से तालिबान ने काबुल पर अपना नियंत्रण कर लिया है उसके बाद यहां फंसे भारतीय केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। चंदौली जिले के मुगलसराय कोतवाली के अमोघपुर गांव के रहने वाले सूरज चौहान भी काबुल में फंसे हैं। सूरज इसी साल जनवरी में रोजी-रोटी कमाने काबुल गए थे। वहां पर वेल्डर का काम करते हैं। जब से अफगानिस्तान की हालत टीवी पर देखी है परिवार वाले परेशान हैं। पिता के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। परिवार के लोग सरकार से अपने बेटे को सुरक्षित वापस लाने की मांग कर रहे हैं।

अलीनगर थाना के अमोघपुर गांव निवासी बुद्धिराम चौहान की आंखों में रह-रह कर आंसू छलक जा रहे हैं। वहीं उनकी पत्नी रेखा भगवान से अपने पति की सलामती के लिए लगातार प्रार्थना कर रही हैं। सूरज का एक छोटा मासूम बेटा भी है जिसे यह नहीं पता कि उसके पिता किस हालात में दूसरे देश में फंसे हुए हैं। बुद्धिराम रोते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रहे हैं कि हमारे बेटे को बस वापस ला दीजिए। उनकी बात सूरज से सोमवार की शाम हुए थी। सूरज ने उन्हें बताया था कि यहां के हालात बेहद खराब हो गए हैं।

इससे पहले सूरज ने वह से एक वीडियो बनाकर भेजा है। जहां वो एक कमरे में बंद दिख रहे हैं। सूरज के भाई ने बताया कि वहां के हालात बहुत खराब है। इसके कारण हमें डर लग रहा है। सूरज जिस कंपनी में वेल्डर का काम करता था उसका मालिक कंपनी छोड़ कर भाग गया है। सभी लोगों के पासपोर्ट उसी के पास हैं। ऐसे में अगर पासपोर्ट नहीं मिला तो सूरज कैसे भारत आएगा, इसका भी डर हम सब को लग रहा है। हमारे घर के लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से अपील है कि हमारे भाई को सुरक्षित हमारे देश वापस लाया जाए।