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यूपी: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर आटो और टैक्सी चालक बेलगाम, प्लेटफार्म पर यात्रियों से करते हैं जबरदस्ती।

यूपी: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर आटो और टैक्सी चालक बेलगाम, प्लेटफार्म पर यात्रियों से करते हैं जबरदस्ती।

                                    विनीत जयसवाल रिपोर्टर।

वाराणसी। कैंट रेलवे स्टेशन पर इन दिनों हर कोई अपनी मनमानी करने पर तुला है, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। आटो और टैक्सी चालक प्लेटफॉर्म पर घुसकर बेरोकटोक सवारी पकड़ रहे हैं। ट्रेन से उतरने वाला हर तीसरा- चौथा यात्री उनकी ज्यादती का शिकार होता है। फिर भी आरपीएफ रेलवे सुरक्षा बल इनकी हरकतों से अनजान बनी हुई है।

वहीं यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर रेलवे प्लेटफॉर्म पर आटो और टैक्सी चालक के प्रवेश पर पाबंदी है। इनका दायरा प्री-पेड स्टैंड तक ही सीमित किया गया है। इसके बावजूद आटो व टैक्सी चालक अनाधिकृत रूप से प्लेटफार्मो पर प्रवेश करते हैं। ट्रेन रुकते ही यात्रियों को घेर लिया जाता है। यात्रियों की इच्छा के विरुद्ध उन्हे साथ चलने के लिए जबरदस्ती की जाती है।

वही कैंट स्टेशन पर कामगार ऑटो और टैक्सी चालक की पहुंच प्लेटफ़ार्म ही नहीं, बल्कि रेलवे यार्ड तक है। ये यार्ड में ट्रेन धीमी होने पर उसमें घुस जाते हैं। दरअसल, चालकों में आपसी सहमति होती है। जिसके तहत जिस यात्री पर पहले निगाह पड़ती है, उसपर उसका ही दावा होता है। 

इसी लालच में नियम और कायदों को धता बताते हुए चालक रेलवे यार्ड तक पहुंच जाते हैं। यात्रियों को रेलवे स्‍टेशन से पकड कर आटाे वाले शहर के होटल, लाज, धर्मशाला तक पहुंचाते है। आटाे वाले यात्रियों को घाट किनारे ठहराने की सुविधा की बात कर उनकों अपनी वाहन में बैठाते है।

वहीं आटो और टैक्सी चालकों की इन हरकतों की शिकायत यात्रियों ने कई बार की थी। फिर भी हालात सिफर है। कोरोना काल में आरपीएफ ने थोड़ी सख्ती दिखाई थी, लेकिन अनलाक होने पर चालक फिर बेलगाम हो गए। आरपीएफ इंस्पेक्टर एसएन मिश्रा ने बताया कि अनाधिकृत रूप से रेलवे परिसर में प्रवेश करने वालों के खिलाफ़ आभियान चलाया जाता है। प्लेटफ़ार्म पर ऐसा करने वाले चालको के खिलाफ़ कर्रवाई की जाएगी।