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यूपी : उपमुख्यमंत्री ने की अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात, जानिए क्या रहा खास

यूपी : उपमुख्यमंत्री ने की अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात, जानिए क्या रहा खास

लखनऊ: उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गुरुवार देर शाम पांच सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. उपमुख्यमंत्री और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के मध्य उत्तर प्रदेश और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच आर्थिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय निदेशक माइकल रोसेंथाल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. इस बात पर भी चर्चा हुई की कैसे संयुक्त राज्य अमेरिका और उत्तर प्रदेश द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में अपनी सहक्रियाओं का समन्वय कर सकते हैं.

उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि आज मोबाइल उत्पादन के क्षेत्र में 45 प्रतिशत का उत्पादन उत्तर प्रदेश का है. मोबाइल उपकरण बनाने वाले 55 प्रतिशत उत्पादक यूपी में हैं. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि डाटा सेंटर के संबंध में नीति निर्धारण के बाद यूपी में 20 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव 13 कंपनियों ने दिए हैं. कोरोना संक्रमण के काल में भी यूपी में 65 हजार करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ, जिसमें से 17 हजार करोड़ का विदेशी निवेश शामिल है. प्रतिनिधिमंडल ने नई शिक्षा नीति के बाद उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के अध्ययन अध्यापन की प्रक्रिया पर उत्सुकता दिखाई. उत्तर प्रदेश में अमेरिका के बड़े विश्वविद्यालयों के ऑफ कैंपस बनाने तथा उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के साथ वर्चुअल शिक्षण कार्य करने के प्रस्ताव को भी प्रस्तुत किया।

अमेरिकी दूतावास के उत्तर भारत कार्यालय निदेशक माइकल रोसेंथाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत 4 वर्षों में बहुत ही सकारात्मक परिवर्तन हुआ है. उन्होंने नोएडा और आगरा को अमेरिका के शहरों के साथ सिस्टर सिटी के रूप में विकसित करने पर एमओयू करने का सुझाव दिया. उन्होंने उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को अमेरिका आने का निमंत्रण दिया. साथ ही अयोध्या, काशी, मथुरा व प्रयागराज में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की संभावनाओं पर उत्सुकता दिखाई. प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा तथा आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में हुए सकारात्मक सुधारों की प्रशंसा की और नई शिक्षा नीति को संभावनाओं से युक्त बताया.