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यूपी: वाराणसी के मणिकर्णिका घाट का भी बाढ़ से टूटा सम्पर्क, नाव से शवदाह स्थल पहुंच रहे शव।
उत्तर प्रदेश। वाराणसी में गंगा के विकराल रूप से हाहाकार मचा है। गलियों, सड़को और रिहायशी कालोनियों में गंगा ने कोहराम मचा रखा है। गंगा के विकराल रूप के कारण मोक्ष की नगरी में मोक्ष के लिए भी घण्टों इंतजार करना पड़ रहा है। वाराणसी का महाश्मशान मणिकर्णिका घाट जल में समाहित होने के बाद अब वहां जाने वाला सम्पर्क मार्ग भी पानी मे पूरी तरह डूब गया है। वर्तमान में गंगा का जलस्तर 71.70 मीटर है।
महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शव के अंतिम संस्कार के किए लोगो को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। शवयात्री नाव पर शव के साथ सीमित संख्या में मणिकर्णिका घाट के छत तक पहुंच किसी तरह अपनो का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। शव के साथ ही लकड़ियों को भी नाव से ही शवदाह स्थल तक पहुंचाया जा रहा है। शवयत्रियों की माने तो प्रशासनिक स्तर से लोगो के मदद के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
बिहार से शवदाह करने आए जगदीश नारायण सिंह ने बताया कि गंगा में आए बाढ़ के कारण मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार के लिए घण्टों इंतजार करना पड़ रहा है। किसी तरह लोग नाव के सहारे शवों को शवदाह स्थल तक ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर रहे हैं। बाढ़ के कारण लोगो को शव के अंतिम संस्कार के लिए अपने जेब भी ढीली करनी पड़ रही है। पहले 6 से 8 हजार रूपय में अंतिम संस्कार हो जाए थे लेकिन बाढ़ के कारण अब 2 हजार रुपये तक अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है।