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यूपी: वाराणसी अपर पुलिस आयुक्‍त द्वारा पुलिस कमिश्‍नरेट सुभाष चंद्र दुबे को मिलेगा डीजी गोल्ड प्रशंसा चिह्न।

यूपी: वाराणसी अपर पुलिस आयुक्‍त द्वारा पुलिस कमिश्‍नरेट सुभाष चंद्र दुबे को मिलेगा डीजी गोल्ड प्रशंसा चिह्न।

                                विनीत जायसवाल रिपोर्टर।

वाराणसी। अपर पुलिस आयुक्‍त वाराणसी पुलिस कमिश्‍नरेट सुभाष चंद्र दुबे को 2021 का डीजी गोल्ड प्रशंसा चिह्न इस बार स्‍वतंत्रता दिवस के दिन प्रदान किया जाएगा। कुछ दिनों पूर्व ही उनका स्‍थानांतरण आजमगढ़ डीआइजी पद से अपर पुलिस आयुक्‍त वाराणसी पुलिस कमिश्‍नरेट पद पर हुआ था। इस बाबत जागरण से बात करते हुए उन्‍होंने डीजी गोल्ड प्रशंसा चिह्न प्राप्त होने की जानकारी दी। कहा कि पुलिस सेवा के दौरान यह प्रशंसा चिन्‍ह प्राप्‍त करना किसी सौभाग्य से कम नहीं है। बताया कि इसकी घोषणा शनिवार को ही की गई है जबकि स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर यह प्रदान किया जाएगा। 

वहीं अखिलेश कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक आज़मगढ़ परिक्षेत्र, मऊ के पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान को भी डीजी गोल्ड प्रशंसा चिन्ह प्रदान किया जाएगा। सभी को यह सम्‍मान आपरेशनल कार्यों को लेकर प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार वाराणसी परिक्षेत्र से तीन पुलिस अधिकारियाें का चयन इस सम्‍मान के लिए किया जाएगा। 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर यह सम्‍मान प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी होने के बाद पुलिस महकमे में खुशी की लहर है। बताया कि सम्‍मान हासिल करने से हौसले में काफी इजाफा होता है। 

वहीं अपर पुलिस आयुक्‍त वाराणसी पुलिस कमिश्‍नरेट सुभाष चंद्र दुबे ने इस बाबत मीडिया को बताया कि यह सम्‍मान मिलने से निश्चित तौर पर हौसले में इजाफा होता है। अभी थानों का निरीक्षण कर क्षेत्र की पुलिसिंग व्‍यवस्‍था को देखा जा रहा है। जल्‍द ही आमूल चूल परिवर्तन के साथ ही कानून व्‍यवस्‍था में व्‍यापक सुधार के लिए कार्रवाई भी की जाएगी। कानून की व्‍यवस्‍था में व्‍यवधान बनने वाले लोग कतई माफ नहीं किए जाएंगे। शहर को अपराध और अपराधी मुक्‍त करने के लिए हर संभव कार्य पुलिस प्रशासन की ओर से जल्‍द ही शुरू होंगे।

आजमगढ़ परिक्षेत्र के डीआइजी के तौर पर सुभाष चंद्र दुबे का कार्यकाल काफी शानदार रहा। इस दौरान पुलिस इंकाउंटर से लेकर माफ‍िया और सफेदपोशों के संपत्तियों और उनके सहयोगियों पर व्‍यापक स्‍तर पर अभियान चलाकर कार्रवाई करने से पूर्वांचल के माफ‍िया और उनके सहयोगियों में काफी दहशत रही। पूर्वांचल में लंबे समय बाद सफेदपोश माफ‍िया और मुख्‍तार अंसारी जैसे लोगों पर कानूनी शिकंजा कसने की वजह से उनकी छवि महकमे में और भी सशक्‍त हुई है। इस बाबत जागरण से उन्‍होंने बताया कि अब वाराणसी में अपराध पर लगाम कसने के साथ ही इसे भय मुक्‍त करने के लिए भी वह व्‍यापक रणनीति तैयार कर रहे हैं।