
UP news
यूपी: वाराणसी के हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई कार्टून दवा जलाए जाने का मामला सामने आया।
वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई कार्टून दवा जलाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। दवाएं जलाये जाने की सूचना मिलते ही मौके पर हरहुआ गांव के दर्जनों युवक वहां पहुंच गए और अधिकारियों को फोन कर सूचना दिए। इस मामले में हरहुआ पीएचसी प्रभारी को जांच सौंपी गयी है। जानकारी के अनुसार हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आवासीय परिसर में कमरों के पीछे से आज अचानक धुआं उठने लगा और तेज धमाके होने लगे। ग्रामीण जब चारदीवारी के बाहर से देखे तो भारी मात्रा में दवाएं जलायी जा रही थी।
जिसमें टैबलेट से जहां जहरीला धुंआ उठ रहा था वहीं दवा की शीशियां तेज आवाज के साथ ब्लास्ट कर रही थी। उसके बाद किसी ने फोन कर सीएमओ को जानकारी दे दी। उसके बाद मौके पर काफी संख्या में गांव के युवा पहुंचे और सीएमओ के साथ ही पुलिस को भी सूचना दिए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गरीब लोगों को दवा नहीं मिलती है, कहा जाता है कि दवा उपलब्ध नहीं है।
बता दें कि इसी तरह वाराणसी के 23 अन्य शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी वहीं हाल हैं। जहां एक तरफ सीएम योगी सरकार गरीबों के लिए स्वास्थ सेवा मुहैया कराते हुए दवा देती हैं। वहीं दूसरी तरफ गरीबों को दवा खत्म हो जाने के नाम पर उन्हें दवा नहीं दी जाती हैं। और फिर उसी दवा को अधितर सेंटर प्रभारी और फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन की मिली भगत से मार्केट में बेच दी जाती हैं। और जो दवा मार्केट में नही बिकती उन्हें चोरी से जला दी जाती हैं।
वाराणसी में अब अगर इसी तरह से गरीबों को दवा न देकर उसी दवा को मार्केट में बेच देने और दवा जला देने वाला खेल सेंटर प्रभारी व फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन द्वारा इसी तरह जारी रहा तो, योगी सरकार पर करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा हैं। और इसी तरह योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही हैं।
वहीं दूसरी तरफ गरीब ग्रामीणों का कहना हैं कि आखिर गरीब मरीजों को दवा न देकर इस तरह जला देने और बेच देने पर प्रशासन द्वारा इन लोगो पर कारवाई क्यों नहीं करती हैं।