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यूपी: वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु की ओर, काशी की गलियाें में चलने लगी नौकाएं।
वाराणसी। गंगा में लगातार बढ़ते जलस्तर से कालोनी में रहने वाले लोगों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं। रविवार की शाम तक मदरवा, मारुति नगर में पानी घुसने के कारण सैकड़ों घरों में रहने वाले लोग प्रभावित हुए हैं। गलियों में घुटने से ऊपर पानी भरने से लोगों ने घरों से सामान निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। बीते दो दिनों में गंगा का जलस्तर डेढ़ मीटर तक बढ़ चुका है जबकि प्रति घंटे दो सेंटीमीटर तक गंगा का जलस्तर बढ़ाव पर है।
दोपहर बाद बारिश के बाद दुश्वारियों ने अपना सिर दोबारा उठाया है, जबकि पीछे मप्र और राजस्थान आदि की नदियों में बांध का पानी छोड़े जाने के बाद लगातार जलस्तर अब बढ़ना तय है। वाराणसी में गंगा अगले 24 घटों के बाद खतरा बिंदु को पार कर जाएंगी। मीरजापुर में जहां गंगा का जलस्तर चार सेंटीमीटर बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर वाराणसी में यह दो सेंटीमीटर बना हुआ है, इसकी वजह नए इलाकों में तेजी से गंगा के पानी का प्रसार होना है।
सामनेघाट स्थित ज्ञानप्रवाह नाले से पानी तेजी से कालोनी की तरफ घुस रहा है। कालोनी में रहनेवाले लोगों को मदद के लिए एनडीआरएफ टीम ने सात आठ परिवारों को सामान के साथ निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अभी ज्यादातर लोग पानी घटने की उम्मीद लेकर घरों में ही इंतजार कर रहे हैं। जरूरत के सामान लेकर ज्यादातर लोग अपने घर के दूसरे तल पर पहुंच गए। कालोनी के अशोक पांडेय ने कहा कि पुलिस और एनडीआरएफ के जवानों से ही लोगों के घरों की सुरक्षा और राहत की उम्मीद है। रमना गांव में भी सैकड़ों एकड़ सब्जी बाढ़ में डूब गए।
बता दे कि आने वाले कुछ घंटों में उम्मीद है कि वाराणसी में जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तों गंगा खतरा बिंदु को पार कर जाएंगी। इसकी वजह से तटवर्ती कालोनियों के अलावा गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा की ओर भी नदी का रुख हो गया है। बाढ़ की वजह से वरुणा के तटवर्ती इलाकों में घरों में पानी प्रवेश कर चुका है। ऐसे में लोगों के सामने घरों से पलायन या छतों पर आसरा खोजने का ही विकल्प शेष है।
वाराणसी में गंगा की लहरों को और वेग देने के लिए पीछे से यमुना चंबल और मध्य प्रदेश की नदियों का भी वेग तेजी से आ रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ घंटों में पानी का स्तर और भी बढ़ने की ओर है। इसकी वजह से जिले में दुश्वारियां आगे सिर उठाने लगेंगी।