Headlines
Loading...
भारत / कर्नाटक सरकार ने शर्तों के साथ गणेश उत्सव मनाने की दी अनुमति, सजेंगे पंडाल, रात नौ बजे तक कर सकेंगें 'बप्पा' को विसर्जित

भारत / कर्नाटक सरकार ने शर्तों के साथ गणेश उत्सव मनाने की दी अनुमति, सजेंगे पंडाल, रात नौ बजे तक कर सकेंगें 'बप्पा' को विसर्जित

कर्नाटक । बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) सरकार ने गणेश उत्सव (Ganesh Utsav ) को मनाने के लिए कोरोना पाबंदियों में राहत दी है. सरकार ने शर्तों के साथ गणेश उत्सव मनाने की इजाजत दी है. सरकार ने धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए गणेश पर्व के दौरान कोविड पाबंदियों (Covid-19 restrictions) में राहत देने का बड़ा फैसला लिया है. अब पंडाल भी सज सकेंगे और मूर्तियों के विसर्जित करने का समय रात नौ बजे तक रखा गया है.

इससे पहले राज्य सरकार के आलाधिकारियों ने मंत्री आर अशोक, के सुधाकर, एच नागेश के साथ मीटिंग की और इस बात पर चर्चा की कैसे कोरोना काल में संक्रमण से बचते हुए त्योहार को आयोजित किया जाए. इस चर्चा के बाद धार्मिक संगठनों को पांच दिन के लिए गणेश उत्सव मनाने की अनुमति दी गई है.

सरकार ने गणेश उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है, हालांकि पंडाल को सजाने की अनुमति दी गई है. सरकार अभी इस बारे मे दिशा निर्देश तय करेगी कि कितने लोग एक बार में पांडल में मौजूद हो सकेंगे और कितने लोगों को विसर्जन में शामिल होने की अनुमति होगी. किसी भी वार्ड में एक से अधिक गणेश पंडाल की अनुमति नहीं होगी.


कोरोना के मामले बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाया हुआ है. जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की दर 2 प्रतिशत से अधिक है वहां प्रतिबंध लागू रहेंगे. अपार्टमेंट में रहने वाले लोग परिसर में गणेश समारोह आयोजित कर सकते हैं लेकिन एक समय में केवल 20 लोग ही एकत्रित हो सकते हैं.


त्यौहारों का सीजन आते ही तमाम राज्य सरकारें शर्तों और नियमों के साथ कोविड पाबंदियों में छूट दे रही है. सरकार लगातार प्रयासरत हैं कि लोगों की धार्मिक आस्था भी बनी रहे और संक्रमण का खतरा भी न हो. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी लोगों से त्योहारों के समय मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने की अपील की है.


देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है. ऐसे में सरकारें संतुलन बनाने की कोशिश में जुटी हुई हैं. अप्रैल मई के महीने में भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रिकॉर्ड मामले सामने आए थे और साथ ही हजारों की संख्या में मौते भी हुई. ऐसे में सरकार लोगों से सावधानी के साथ त्योहारों को मनाने की अपील कर रही ताकि कोविड की तीसरी लहर से बचा जा सके.