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यूपी: बलिया में सीएमओ, डीपीआरओ व एक्सईएन समेत छह अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि।
बलिया। जनशिकायतों के निस्तारण में अधिकारी बेपरवाह हैं। इसके चलते अब डीएम अदिति सिंह ने कड़ा रुख अख्तियार करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा के दौरान कार्रवाई को कदम बढ़ाए गए हैं। लापरवाही बरतने के कारण जिलाधिकारी ने नोटिस जारी कर दिया है। उन्होंने जिले के छह अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दिया है। इसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा तन्मय कक्कड़, डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव, विद्युत वितरण प्रथम के अधिशासी अभियंता आरपी सिंह, विद्युत वितरण तृतीय के अधिशासी अभियंता राजीव सिंह और विद्युत वितरण खंड चतुर्थ के अधिशासी अभियंता संतोष कुमार और लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता जितेंद्र सिंह शामिल हैं।
बता दें कि मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर ''सी'' श्रेणी के आवेदन काफी ज्यादा लंबित हैं, इसके चलते जनपद की रैंक प्रभावित हुई है। इसके अलावा अन्य जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, उनके यहां भी ''सी'' श्रेणी के काफी आवेदन आ रहे हैं, इनमें काफी ऐसे आवेदन हैं, जिनमें शिकायत के निस्तारण से असंतुष्ट शिकायतकर्ताओं को दोबारा शिकायत करनी पड़ी है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर और भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए पूरी जिम्मेदारी से निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिये शासन को भी पत्र लिखा गया है। प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं आइजीआरएस की अगस्त में जारी हुई रैंकिंग में बलिया 76वें स्थान पर था, इसके चलते जिले की पूरे प्रदेश में भद पिटी। शासन ने इसे लेकर नाराजगी भी प्रकट की थी। जब समीक्षा हुई तो बिजली, पीडब्ल्यूडी व स्वास्थ्य विभाग की मनमानी उजागर हुई है। स्वास्थ्य विभाग के शिकायतों के निस्तारण की स्थिति बेहद खराब रही, यहां कागज पर मामले निस्तारित दिखा दिये गये। विभाग ने जो शिकायतें निस्तारित भी नहीं हुई थी, उन्हें भी शत प्रतिशत निस्तारण किया जाना विभागों द्वारा दिखा दिया गया था।
240 : लोक निर्माण विभाग
118 : विद्युत वितरण खंड प्रथम
123 : विद्युत वितरण खंड तृतीय
135 : विद्युत वितरण खंड चतुर्थ
36 : जिला पंचायत राज अधिकारी