
UP news
यूपी: चंदौली पुलिस ने साइबर कैफे में की जांच, वन विभाग के फर्जी दस्तावेज पकड़े जाने पर मुस्तैदी।
चंदौली। क्षेत्र में ट्रकों को पास कराने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने का धंधा रुक नहीं रहा। अलीनगर पुलिस ने पिछले दिनों बरठी-कमरौर, परेवा, नौबतपुर से चार जालसाजों को फर्जी दस्तावेज, लैपटाप, प्रिंटर आदि के साथ पकड़ा था। इसके बाद स्थानीय पुलिस भी अलर्ट हो गई। शुक्रवार की देर शाम साइबर कैफे की दुकानों में जांच की गई। कंप्यूटर खोलवाकर बकायदा पड़ताल की। संदिग्ध व्यक्तियों व वस्तुओं की भी जांच की गई। कैफे संचालकों को हिदायत दी कि यदि फर्जी काम करते पकड़े गए तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अलीनगर पुलिस ने चार जालसाजों को रंगेहाथ पकड़ा था। उनके पास से वन विभाग का फर्जी अभिवहन पास, लैपटाप, प्रिंटर व अन्य उपकरण बरामद किए गए थे। आरोपितों से पूछताछ में फर्जी कागजात बनाने वाले रैकेट के बारे में काफी कुछ पता चला था। वन दारोगा की शिकायत पर पुलिस अलर्ट हुई थी। इसको लेकर अब सैयदराजा पुलिस भी मुस्तैद हो गई है।
वहीं शुक्रवार की शाम साइबर कैफे में धमकी। इस दौरान एक-एक दुकानों की जांच की। दुकानदारों से पूछताछ की। उनके कंप्यूटर और लैपटाप चालू कराकर इसकी जांच की। दुकानों पर इधर-उधर बिखने कागजात चेक किए। पता लगाने का प्रयास किया गया कि लैपटाप अथवा कंप्यूटर के जरिए फर्जीवाड़ा तो नहीं कर रहे। इस दौरान पुलिस को कुछ संदिग्ध नहीं मिला। कोतवाल लक्ष्मण पर्वत ने बताया कि पूरी सतर्कता बरती जा रही है। साइबर कैफे संचालकों व फोटो स्टेट दुकानदारों पर नजर है। यदि कहीं कोई गड़बड़ी पकड़ी गई तो संबंधित के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जिले के सकलडीहा और नौबतपुर क्षेत्र में पहले भी जालसाज पकड़े जा चुके हैं। पुलिस ने कई लागों को फर्जी पास, ई-चालान रसीद, कंप्यूटर, लैपटाप व अन्य उपकरणों के साथ पकड़ा था। इसके बावजूद पुलिस के पास जालसाजी पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। इसकी वजह से फर्जीवाड़ा का धंधा फल-फूल रहा है।