Headlines
Loading...
यूपी: चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में स्थाई वाहन स्टैंड नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे वाहन चालक।

यूपी: चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में स्थाई वाहन स्टैंड नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे वाहन चालक।

                                     किरण यादव रिपोर्टर।

चंदौली। पीडीडीयू नगर में मिनी महानगर से सवारी वाहन चलाने वालों को आए दिन पुलिस और यातायात विभाग की कार्रवाई से दो चार होना पड़ता है। वजह यह कि चालक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शहर में लगने वाले जाम के जिम्मेदार बन जाते हैं। दरअसल स्थाई वाहन स्टैंड नहीं होने का खामियाजा आटो और विक्रम, मैजिक चालकों को भुगतना पड़ रहा है। पूर्व में प्रशासन ने वाहन स्टैंड बनवाने की पहल शुरू तो की लेकिन बात नहीं बन सकी और मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

वहीं पीडीडीयू नगर से रोजाना हजारों की संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। नगर में सैकड़ों सवारी गाड़ियां चलती हैं। इन वाहनों को खड़ा करने के लिए आज तक स्थाई वाहन स्टैंड ही नहीं बनाया जा सका है। चालक जीटीआर ब्रिज की पटरी पर, सपा कार्यालय के पास, काली मंदिर के पास या फिर नईसट्टी के समीप वाहनों को खड़ा करते हैं। स्थाई स्टैंड न होने के कारण चालकों को पुलिसिया कार्रवाई को भी झेलना पड़ता है। चालकों की इस समस्या का पूर्व में प्रशासन ने संज्ञान लिया और चकिया तिराहा व दामोदरदास पोखरा और सुभाष पार्क के पास स्टैंड बनवाने की पहल शुरू की गई थी। इन स्थानों पर बोर्ड लगा दिया गया था। 

वहीं वाहन चालकों की माने तो प्रशासन सड़कों पर वाहन चलाने के लिए अनुमति दे देता है लेकिन, वाहनों को कहां खड़ा करना है, इसकी सुविधा ही नहीं है। चालकों के समक्ष वाहन स्टैंड की विकट समस्या है। वाहन चालकों पर अक्सर पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन, समस्याओं को नहीं समझती है। जीटी रोड पर वाहन खड़ा करना चालकों को भी अच्छा नहीं लगता है। अगर स्थाई जगह दे दी जाए तो काफी राहत मिलेगी।